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________________ ॥ प्राकृतनियममाला ॥ vvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvvving नो व', 'फ, नो भ, अने ह', तथा 'ब, नोव', अने संख्यावाचक शब्दोमां 'द, नो र', थायछे. सं० प्रा० सं० प्रा० [ख) मुखम्, मुहं, (ड) गरुडः, गरुलो . [घ) जघनम् जहणं. [प.) पापम् पावं. (थ] नाथः; नाहो (फ) रेफः, रेभो. (ध) साधु: . साहू. (फ) सफलम् सहलं, समलं (भ) नमः, . नहं, (ब) शबलः सबलो. (ट) नटः, नडो. [ब) अलाबुः, अलोवू, लाबू. (ठ) मठः, मढो. [द). एकादश एगारह. (ठ) कमठः, कमढो(द) द्वादश, बारह. (३) अनादिमा स्वरथी पर अने असंयुक्त जे 'न' तेनो 'ण' थाय, अने आदिमा 'न' होय तो विकल्पे ण. थाय तथा आदि य, होय तो ज, अने उपमनी पछी य आवे तोपण कोइ ठेकाणे ज, थाय छे. स० प्रा० सं० . प्रा० (न) कनकम्, कणयं (य] यशः, जसो. .. (म) - वचनम, वयण. (य) याति, जाइ. (न) नदी, . नई, णई. (य) संयमः, संजमो. (४) श, अने ष, नो 'स' थाय छे, अने अनीय, तीय, य, एटला प्रत्ययोना य नो 'ज', तथा दश अने पाषाण शब्दोमां श,ष नो 'ह' तथा अनुस्वारथी पर ह, नो 'घ', विकल्पे थाय अने कोइ ठेकाणे अनुस्वारथी पर ह, न होय तोपण 'घ' थायछे सं० प्रा० . सं० प्रा० (श) शेष:, मेसो; (श) दश, दह, दस. (श) शब्दः सहो. (श) त्रयोदश, तेरह, तेरस.
SR No.002256
Book TitlePrakrit Rupmala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturvijay
PublisherVadilal Bapulal Shah
Publication Year1926
Total Pages340
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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