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________________ पाठ FEE जुवइ बहूण सासू आ, ई, उ एवं अकारान्त संज्ञा शब्द (स्त्री.) : चतुर्थी = के लिए चतुर्थी एकवचन बहुवचन बाला बालाअ बालाण माआ. माआअ माआण सुण्हा सुण्हाअ सुण्हाण मालाअ मालाण जुवईआ जुवईण नईआ नईण. साडीआ साडीण बहूए धेणूए धेणूण सासूए सासूण उदाहरण वाक्य: एकवचन , सो बालाअ फलं दाइ = · वह बालिका को फल देता है। अहं माआअ धणं दामि मैं माता के लिए धन देता हूं। सासू सुण्हाअ साडिं दाइ . = सास बहू के लिए साड़ी देती है। . सिसू मालाअ कन्दइ = बच्चा माला के लिए रोता है। जुवईआ साडी रोयइ युवती के लिए साड़ी अच्छी लगती है। नईआ जलं वहइ नदी के लिए पानी बहता है। पुरिसो साडीआ धणं दाइ = आदमी साडी के लिए धन देता है। सासू बहूए उवदिसइ सास बहू के लिए उपदेशं देती है। सो धेणूए धणं दाइ वह गाय के लिए धन देता है। इदं वत्थु सासूए अत्थि = यह वस्तु सास के लिए है। प्राकृत में अनुवाद करो : यह फूल बालिका के लिए है। यह कमल माता के लिए है। मैं बहू के लिए साड़ी देता हूँ। तुम माला के लिए रोते हो। यह साड़ी युवती के लिए है। राजा नदी के लिए धन देता है। वह स्त्री साड़ी के लिए रोती है। यह माला बहू के लिए है। वह घर गाय के लिए है। बहू सासु को नमन करती है। ५८ प्राकृत स्वयं-शिक्षक
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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