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________________ उदाहरण वाक्य : बहुवचन (स्त्री.) सा बालाहि सह गच्छइ = वह बालिकाओं के साथ जाती है। बालओ माआहि विणा ण भुंजइ = बालक माताओं के बिना नहीं खाता है। ताणि कज्जाणि सुण्हाहि होन्ति= वे कार्य बहुओं के द्वारा होते हैं। परिणओ मालाहि होइ = | विवाह मालाओं से होता है। सो जुवईहि सह ण वसइ = वह युवतियों के साथ नहीं रहता है। ‘णयरं नईहि विणा ण सोहइ = नगर नदियों के बिना शोभित नहीं होता है। इत्थी साडीहि सोहइ = स्त्री साड़ियों से अच्छी लगती है। सांसू बहूहि सह कलहइ = सास बहुओं के साथ झगड़ती है। सो धेहि सह गच्छइ = वह गायों के साथ जाता है। सुण्हा सारांहि विणा ण वसइ = बहू सासों के बिना नहीं रहती है। प्राकृत में अनुवाद करो : वह बालिकाओं के साथ नाचती है। हम माताओं से क्या सुनते हैं? बहुओं से घर शोभित होता है। माताओं से बच्चे खेलते हैं। युवतियों के साथ राजा जाता है। देश नदियों से समृद्ध होता है। साड़ियों से स्त्रियाँ शोभित होती हैं। सासों के बिना घर अच्छा नहीं लगता है। • शब्दकोश (स्त्री.) : . . णासा = अंगुली = उंगली .: जीहा जीभ असी = तलवार कला = कला मेंहदी = मेंहदी ससा . = बहिन पसाहणी = णणंदा = ननद चंचु = . चोंच .. प्राकृत में अनुवाद करो : वह नाक से फूल सूंघे । तुम जीभ से फल चखते हो। स्त्री कला के साथ शोभित होती है। वह बहिन के साथ आज जायेगा। युवती ननद के बिना नहीं रहती है। वह उंगली से फूल को छूती है। हम तलवार से हिंसा नहीं करेंगे। स्त्रियाँ मेंहदी से पैर रंगती हैं। मैं कंघी से केश सम्हारता हूँ। पक्षी चोंच से अन्न चुगता है। . निर्देश : इन वाक्यों का बहुवचन (तृतीया) में प्राकृत में अनुवाद करो। नाक कंघी खण्ड १
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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