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________________ उदाहरण वाक्य : बहुवचन (पु.) अहं बालएहि सह गच्छामि = मैं बालकों के साथ जाता हूँ बालओ पुरिसेहि सह वसइ = बालक आदमियों के साथ रहता है। इमाणि कज्जाणि छत्तेहि होन्ति = । ये कार्य छात्रों के द्वारा होते हैं। साहू सीसेहि सह भुंजइ = साधु शिष्य के साथ भोजन करता है। ताणि कज्जाणि णरेहि होन्ति = वे कार्य मनुष्यों के द्वारा होते हैं। तं कज्जं सुधीहि होइ = वह कार्य विद्वानों के द्वारा होता है। कवीहि कज्ज होइ - कवियों के द्वारा कार्य होता है। निवो कुलवईहि सह गच्छइ =. राजा कुलपतियों के साथ जाता है। माआ सिसूहि सह वसइ = माता बच्चों के साथ रहती है। सीसो साहूहि सह पढइ = शिष्य साधुओं के साथ पढ़ता है। प्राकृत में अनुवाद करो': . - वह बालकों के साथ रहता है। मैं आदमियों के साथ जाता हूँ। ये कार्य शिष्यों के द्वारा होते हैं। साधु छात्रों के साथ भोजन करता है। वह कार्य मनुष्यों के द्वारा होता है। वे कार्य विद्वानों के द्वारा होते हैं। राजा कवियों के साथ रहता है। यह कार्य कुलपतियों के द्वारा होना है। माता बच्चों के साथ जाती है। वे साधुओं के साथ रहते शब्दकोश (पु.) : .. कर = हाथ केसरि = . सिंह कण्ण = कान मणि = . .. दंत = दाँत । फणि = साँप चक्खु = आंख दंड = लाठी ध्वजा प्राकृत में अनुवाद करो : - यह हाथ से पुस्तक लेता है। मैंने कान से शब्द सुना। तुमने दाँत से रोटी खायी। उसनें भाले से साँप को मारा। हम लाठी से लड़ेंगे। सिंह के साथ कौन रहेगा। मणि से प्रकाश होता है। साँप के साथ वह नहीं रहेगा। वह आंख से चित्र देखता है। ध्वजा से घर शोभित होता है। निर्देश : इन्हीं वाक्यों का बहुवचन (तृतीया) में प्राकृत में अनुवाद करो। - केउ = खण्ड १
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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