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________________ पाठ उदाहरण वाक्य : तुम = तुम तुमं नमसि = तुम नमन करते हो। तुमं पढसि = तुम पढ़ते/पढ़ती हो। तमं जाणसि = तुम जानते/जानती हो। तुम चिंतसि = तुम चिंतन करते हो। तुम इच्छसि = तुम इच्छा करते/करती हो। तुमं सुणसि = तुम सुनते/सुनती हो। तुमं पाससि = तुम देखते/देखती हो। तुमं भुंजसि = तुम भोजन करते हो। तुमं पिवसि = तुम पीते/पीती हो। तुम चलसि = तुम चलते/चलती हो। ... तमं गच्छसि = तुम जाते/जाती हो। तुम भमसि = तुम घूमते/घूमती हो।' तुमं धावसि = तुम दौड़ते/दौड़ती हो। तुमं णच्चसि = तुम नाचते/नाचती हो। तुमं खेलसि = तुम खेलते/खेती हो। तुमं जयसि = तुम जीतते/जीतती हो। तुमं हससि = तुम हँसते/हँसती हो। तुमं सेवसि = तुम सेवा करती हो। : तुमं सयसि = तुम सोते/सोती हो। तुमं लिहसि = तुम लिखते/ लिखती.. . हो। ... प्राकृत में अनुवाद करो : तुम दौड़ते हो। तुम जानती हो। तुम नमन करते हो। तुम सुनती हो। तुम पीते हो। तुम घूमती हो। तुम हँसती हो। तुम इच्छा करते हो। तुम नाचती हो। तुम जीतते हो। प्रयोग वाक्य : तुमं अत्थ पढसि = तुम यहाँ पढ़ते हो। तुमं तत्थ खेलसि । तुम वहाँ खेलते हो। , तुमं सइ भुंजसि = तुम एक बारभोजन करते हो। तुमं मुह चिंतसि तुम बार-बार चिंतन करते हो। तुमं सया सेवसि = तुम सदा सेवा करती हो। तुमं दाणिं सयसि = तुम इस समय सोते हो। तुमं सणिअं चलसि = तुम धीरे चलती हो। तुमं झत्ति गच्छसि = तुम शीघ्र जाते हो। तुमं अग्गओ पाससि = तुम आगे देखते हो। तुमं ण लिहसि = तुम नहीं लिखते हो। प्राकृत में अनुवाद करो : तुम एक बार पढ़ते हो। तुम वहाँ भोजन करती हो। तुम इस समय खेलते हो। तुम यहाँ स्हते हो। तुम आगे देखते हो। प्राकृत स्वयं-शिक्षक
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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