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(ख) प्रेरक कर्मवाच्य कृदन्त क्रियाएँ :
वर्तमान कृदन्त पढावीअंतो/पढावीअमाणो गंथो = पढ़ाया जाता हुआ ग्रंथ। पढावीअंती/पढावीअमाणी गाहा = पढ़ायी जाती हुई गाथा। पढावीअंत/पढावीअमाणं पोत्थअं = पढ़ायी जाती हुई पुस्तक।
भूत कृदन्त पढाविओ गंथो
पढ़ाया गया ग्रंथ । पढाविआ गाहा
पढ़ायी गयी गाथा। पढाविअं पोत्थअं
पढ़ायी गयी पुस्तक।
भविष्य कृदन्त पढाविस्समाणो गंथो
पढ़ाया जाने वाला गंथ । पढाविस्समाणी गाहा
पढ़ायी जाने वाली गाथा। पढाविस्समाणं पोत्थ
पढ़ायी जाने वाली पुस्तक। _ विधि कृदन्त पढावणीओ गंथो
पढ़ाने योग्य ग्रंथ। पढावणीआ गाहा
पढ़ाने योग्य गाथा। पढावणीअं पोत्थअं
पढ़ाने योग्य पुस्तक। प्रयोग वाक्य : . .
मए गंथो पढावीअमाणो मेरे द्वारा ग्रंथ पढ़ाया जाता है। तेण गाहा पढाविआ
उसके द्वारा गाथा पढ़ायी गयी। : तुमए पोत्थअं पढाविस्समाणं = तुम्हारे द्वारा पुस्तक पढ़ायी जायगी। ... गुरुणा गंथो पढावणीओ गुरु के द्वारा ग्रंथ पढ़ाया जाना चाहिए। - प्राकृत में अनुवाद करो :
. माता के द्वारा बालक जगाया जाता है। गुरु के द्वारा शिष्य पढ़ाये जाते हैं। उनके द्वारा गेंद खिलायी गयी। साधु के द्वारा जल पिलाया गया। राजा के द्वारा पत्र लिखाया गया। मेरे द्वारा शास्त्र पढ़ाया जायेगा। तुम्हारे द्वारा कथा सुनायी जायेगी। उनके द्वारा तुमको नमन किया जायेगा। तुम सबके द्वारा साधु को पानी पिलाया जाना चाहिए। गुरु के द्वारा छात्र को लिखाया जाना चाहिए। तुम्हारे द्वारा कार्य किया जाना चाहिए।
गुरु का
खण्ड १
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