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पाठ
७९
कर्मवाच्य कृदन्त प्रयोग :
वर्तमान कृदन्त मए पढीअंतो/पढीअमाणो गंथो = मेरे द्वारा पढ़ा जाता हुआ ग्रंथ। तुमए पढीअंती/पढीअमाणी गाहा = तुम्हारे द्वारा पढ़ी जाती हुई गाथा । तेण पढीअंतं/पढीअमाणं पोत्थअं = उसके द्वारा पढ़ी जाती हुई पुस्तक ।
भूत कृदन्त मए पढियो गंथो
___ = मेरे द्वारा पढ़ा हुआ ग्रंथ। ... तुमए पढिया गाहा ___ = तुम्हारे द्वारा पढ़ी हुई गाथा। तेण पढिअं पोत्थ
= उसके द्वारा पढ़ी हुई पुस्तक । '
भविष्य कृदन्त रामेण पढिस्समाणो गंथो = राम के द्वारा पढ़ा जाने वाला ग्रंथ। . बालाए पढिस्समण्णी गाहा = बालिका के द्वारा पढ़ी जाने वाली गाथा । छत्तेण पढिस्समाणं पोत्थ = छात्र के द्वारा पढ़ी जाने वाली पुस्तक । .
विधि कृदन्त मए पढणीओ/पढेअव्वो गंथो = 'मेरे द्वारा पढ़ने योग्य गंथ । बालाए पढणीआ/पढेअव्वा गाहा = बालिका के द्वारा पढ़ने योग्य गाथा ।
तेण पढणीअं/पढेअव्वं पोत्थ = उसके द्वारा पढ़ने योग्य पुस्तक । उदाहरण वाक्य :
मए कहीअमाणा कहा अत्थि = मेरे द्वारा कही जाती हुई कथा है। तेण नमिआ बाला भणइ = उसके द्वारा नमन की हुई बालिका पढ़ती है। तुमए भुंजिस्समाणं फलं णत्थि = तुम्हारे द्वारा खाये जाने वाला फल नहीं है।
बालाए मुणेअव्वं चरित्तं अस्थि = बालिका के द्वारा जानने योग्य चरित्र है। अन्य प्रयोग
मए गंथो पढीअंतो = मेरे द्वारा ग्रंथ पढ़ा जाता है। तुमए गंथो पढिओ = तुम्हारे द्वारा ग्रंथ पढ़ा जायेगा। . बालाए गंथो पढिस्समाणो = बालिका के द्वारा ग्रंथ पढ़ा जायेगा। तेण गंथो पढणीओ = उसके द्वारा ग्रंथ पढ़ा जाना चाहिए । जुवईए गाहा पढ़िआ = युवती के द्वारा गाथा पढी गयी। पुरिसेण पत्ताणि लिहिआणि = आदमियों के द्वारा पत्र लिखे गये। निवेण धणं गिहिअं = राजा के द्वारा धन लिया गया। .
प्राकृत स्वयं-शिक्षक