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उदाहरण वाक्य :
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भगवंता वीयराआ होन्ति अम्हे भगवंता पणमामो भगवंतेहि विणा भत्ती ण होइ इमो जिणालय भगवंताण अत्थि = भगवंताहिंतो जणा किं मग्गन्ति इमे भगवंताण सावआ सन्ति भगवंतेसु राअदोसो ण होइ भगवंता! अम्हे उपदिसन्तु
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प्र.
द्वि.
बहुवचन (पु.)
एकवचन
राया
राइणं
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=
=
राइणा
राइणो
राणो
इणो
राइम्मि
=
=
प्राकृत में अनुवाद करो :
भगवान् यहाँ कब आयेंगे? राजा. गुणवानों का सम्मान करता है। ज्ञानवान साधुओं' के साथ वह नहीं रहता है । बालक युवकों से डरते हैं । तुम संसार की आत्माओं का कल्याण करो । वहाँ राजाओं की सभा है। वे पूर्व जन्मों में कहाँ थे ? चन्द्रमाओं में किसका चित्र है ?
निर्देश :
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भगवान् वीतराग होते हैं ।
हम भगवानों को प्रणाम करते हैं।
भगवानों के बिना भक्ति नहीं होती है। यह जिनालय भगवानों के लिए है ।
भगवानों से लोग क्या माँगते हैं ? ये भगवानों के श्रावक हैं ।
भगवानों में रागद्वेष नहीं होता है
1
हे भगवानो ! हमें उपदेश दो ।
(क) उपर्युक्त भगवंत आदि शब्दों के सभी विभक्तियों में रूप लिखिए । • (ख) राय (राजा) शब्द के विकल्प वाले ये रूप भी याद करलें ।
बहुवचन
राइणो
राइणो
तृ.
च.
पं.
ष.
राई
स.
. राईसु
सं.
राया
राइणो
नि. ६४ : राय शब्द के वे उपर्युक्त रूप पुल्लिंग इकारान्त शब्द की तरह हैं । किन्तु प्रथमा, द्वितीया एवं पंचमी एकवचन में राया, राइणं, राइणों ये रूप उससे भिन्न हैं।
राई
राईण
राईहिंतो
प्राकृत स्वयं-शिक्षक