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________________ पाठ सप्तमी = में, पर सर्वनाम : एकवचन अम्हम्मि तुम्हम्मि तम्मि अर्थ मुझ में बहुवचन अम्हेसु तुम्हेसु तुझ में हम सबमें/हम दोनों में तुम सबमें/तुम दोनों में उनमें/उन दोनों में उनमें/उन दोनों में (स्त्री) उसमें उसमें इस में तेसु तासु इन सब में इस में (पु) इमम्मि इमाए कृम्मि (स्त्री) काए उदाहरण वाक्य : किस में किस में इमेसु इमासु केसु कासु इन सब में किन में किन में एकवचन अम्हम्मि जीवणं अत्थि = मुझ में जीवन है। तुम्हम्मि पाणा सन्ति = . तुझ में प्राण है। तम्मि सत्ति अस्थि = उसमें शक्ति है। ताए लावण्णं अत्थि = । उस स्त्री में सौन्दर्य । इमम्मि वाउ नत्थि . = इसमें हवा नहीं है। काए लज्जा अस्थि किस (स्त्री) में लज्जा है? बहुवचन अम्हेसु पाणा सन्ति हम सबमें प्राण हैं। तुम्हेसु अवगुणा सन्ति तुम दोनों में अवगुण हैं। तेसु खमा वसइ उनमें क्षमा रहती है। तासु सद्धा निवसइ उनमें (स्त्रियों में) श्रद्धा निवास करती है। इमेसु पाणा ण सन्ति इनमें प्राण नहीं हैं। कासु लज्जा ण अत्थि = किन स्त्रियों में लज्जा नहीं है। प्राकृत में अनुवाद करो : ___ मुझ में शक्ति है। तुझ में सौन्दर्य है। उसमें जीवन है। इस स्त्री में क्षमा रहती है। हम सब में अवगुण हैं। तुम दोनों में प्राण हैं। उन सब में शक्ति है। किन दोनों ... स्त्रियों में सौन्दर्य है? हम दोनों में जीवन है। तुम सब में क्षमा रहती है। उन सब स्त्रियों : में लज्जा है। उन दोनों में शक्ति है। खण्ड १
SR No.002253
Book TitlePrakrit Swayam Shikshak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrem Suman Jain
PublisherPrakrit Bharati Academy
Publication Year1998
Total Pages250
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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