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देवतामूर्ति-प्रकरणम्
The (hunchbacked) Vaman incarnation of Vishnu and seated Jina idols should be 5 talas, as should scated images of Brahma, Vishnu, Siva, and Siva's bull Nandi. (5).
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शूकरं पञ्चतालैश्च षट्तालं स्याद् विनायकम् ।
मध्यमं शूकरं ज्ञेयं वृषभञ्च तथैव हि ॥ ६ ॥
मनुजाः सप्तभिस्तालै- वृषभं शूकरं तथा ।
वराहवतार पाँच ताल के मान से, गणेश मूर्त्ति छः ताल के मान से, एवं मध्यम मान से वराह अवतार और नंदी की मूर्त्तियाँ छः ताल के मान से, सात ताल के से मनुष्य, तथा ज्येष्ठ मान से वराह अवतार और नंदी की मूर्त्तियाँ बनाना चाहिये ।
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A statue of the boar incarnation (Varah ) should be 5 talas, and of Vinayak (Ganesh ) 6 talas. Medium-scale statues of Varah and Nandi should also be 6 talas. ( 6 ) .
Statues of humans should be 7. talas, as should large-scaled Varah and Nandi images. (7a).
अष्टाभिः पार्वती प्रोक्ता मातरश्च तथैव हि ॥७ ॥
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दुर्गा लीला "महालक्ष्मी लक्ष्मी: सरस्वती तथा ।
कालिन्दी चैव सावित्री नन्दा पद्मावती तथा ॥८ ॥
कात्यायनी समाख्याता भगवत्यष्टतालका ।
पार्वती, मातृदेवी, दुर्गा, लीला, महालक्ष्मी, लक्ष्मी, सरस्वती, कालिन्दी, सावित्री, नंदा, पद्मावती और कात्यायनी आदि भगवती देवियों की मूर्त्तियाँ आठ ताल के मान से बनावे |
For idols of Parvati and Mother-Goddesses, however, the scale should be 8 talas. ( 7 ).
Statues of Durga, Lila, Mahalakshmi, Lakshmi, Saraswati, Kalindi, Savitri, Nanda, and Padmavati should also be of the 8 talas scale. (8).
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मु. पञ्चताल च ।
म. महालक्ष्मी ल (र्ल ?) क्ष्मीर्या तु सरस्वती