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देवतामूर्ति-प्रकरणम्
उपरोक्त अङ्गुल के मान से दो अङ्गुल का एक गोलक होता है। इस गोलक के मान बराबर एक कला होती है । दो गोलक या दो कला का एक भाग संज्ञा होती है ।
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2 angulas make up 1 golak. A golak is equivalent in scale to 1 kala. 2 golaks or 2 kalas make 1 bhaga. ( 2 ) .
एभिरेव त्रिभिर्भागैस्तालमानं प्रकीर्त्तितम् ।
एकतालादि वक्ष्यामि यथा भवति नान्यथा ॥३ ॥
तीन भाग अर्थात् बारह अङ्गुल का एक ताल होता है । इस ताल के नाप से देव प्रतिमा का मान एक आदि ताल के क्रम से कहूँगा, जिससे इससे विपरीत न हो जाय ।
3 bhagas (i.e. 12 angulas) make one tala. Using the tala as a scale of measure, I (Mandan) shall now describe the scale and dimensions of various statues as they ought to be. The idols will be discussed in a set order beginning with one tala images, and going on to two tala, 3 tala and so forth. ( 3 ) .
मूर्तियों का ताल मान
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"कीर्त्तिमुखं तालमानं द्वाभ्यां प्रोक्ता विहङ्गमाः । त्रितालैः कुञ्जरा ज्ञेया वेदतालैस्तुरगंमाः ॥४ ॥
प्रासमुख एक ताल के मान से, पक्षी दो ताल के मान से, हाथी तीन ताल के मान से और घोड़ा चार ताल के मान से बनाना चाहिये ।
The scale for making a Kirtimukha is 1 tala, bird 2 talas, elephant 3 talas and horse 4 talas. (4).
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कुब्जाश्च पञ्चभिस्तालै - रुपविष्टो जिनस्तथा ।
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उपविष्टाः प्रकर्त्तव्या ब्रह्मविष्णुशिवा वृष: ॥५ ॥
वामनावतार की, बैठे हुए जिन देव की, बैठे हुए ब्रह्मा विष्णु और महादेव की तथा नंदी की मूर्तियाँ पाँच ताल के मान से बनाना चाहिये ।
मु. कीर्ति (कूर्म १) मुखं त (ता) लमुखं ।
मु. जनस्तथा ।