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देवतामूर्ति-प्रकरणम् with its facc turned upwards will lead to loss of wcalth, and one facing downwards will cause anxiety. (38).
शुभप्रतिमा का लक्षण
सम्पूर्णावयवा या स्यादायुर्लक्ष्मीप्रदा सदा। एवं लक्षणमासाद्य कर्तव्या देवता बुधैः ॥३९॥
उपरोक्त प्रतिमा का लक्षण जान करके सम्पूर्ण अवयव वाली देव प्रतिमा विद्वान करावे, तो वह हमेशा आयुष्य और लक्ष्मी देने वाली होती है।
- A stalue which has been made with appropriate attributes (in other words, one where inauspicious, incorrect and improper characteristics do not occur), and which is of the permitted or recommended proportion and scale, with no limbs or parts missing or incomplete, always promotes longevity and good fortune. (39). अथ उत्पात-.. . ___यानरुत्पातान् गर्ग: प्रोवाच: तानहं वक्ष्ये । . तेषां संक्षेपोऽयं प्रकृतेरन्यत्वमुत्पात: ॥४० ॥
जो जो पदार्थ अपने स्वभाव में रहे हैं, उनमें कुछ विपरीतता मालूम पड़े, उंस को. उत्पात कहते हैं। गर्ग ऋषि ने अत्रि ऋषि को जो-जो उत्पात विस्तार पूर्वक कहे हैं, उन उत्पातों को मैं (मण्डन सूत्रधार) संक्षेप से कहता हूँ। ... Let me (Mandan), now relate to you in brief what the sage Garg explained to the sage Atri regarding disturbances or changes which occur in natural phenomena, and. which are portents of calamity. (40). उत्पात के कारण
अपचारेण नराणा-मुपसर्ग: पापसञ्चयाद् भवति । संसूचयन्ति दिशान्तरिक्षभौमां तथोत्पात: ॥४१॥
मनुष्यों के दुराचार से पापों का संचय होता है, जिससे अनेक प्रकार के उपसर्ग होते हैं। ये उपसर्ग दिव्य, अंतरिक्ष और भौम सम्बन्धी होते हैं, उसको