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पुस्तक
आशीर्वचन
- योगिराज श्रीमद् आनन्दघनजी एवं
___उनका काव्य - परम पूज्य प्राचार्य भगवन्त श्रीमद् विजय
सुशील सूरीश्वरजी म. सा. - ननमल विनयचन्द्र सुराणा
एम.ए., बी.एड., साहित्य रत्न सिरोही (राजस्थान)
लेखक
श्री वीर सं. २५२३ • श्री विक्रम सं. २०५३ . श्री नेमि सं.४६
प्रथमावृत्ति-१००० . मूल्य-२१-००२ .
-: प्रकाशन सहयोग :श्री जैन श्वेताम्बर सकल संघ
मेड़तासिटी (राजस्थान)
प्रकाशक
- श्री सुशील साहित्य प्रकाशन समिति
जोधपुर (राजस्थान) प्राप्ति-स्थान – श्री जैन श्वेताम्बर आदेश्वर मूत्तिपूजक संघ
मु. पो. मेड़तासिटी-३४१५१०
जि. नागौर (राज.)
१११५६०-२०३१२ - ताज प्रिन्टर्स, जोधपुर 0 624435/621853 *
। मुद्रक ...