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उववाइय सुतं सू० १९ सुविधाप्रियता को छोड़ने हेतु कायिक दमन के अनुरूप कष्टमय उपायों को स्वीकार करना, (६) प्रतिसंलीनता-आभ्यन्तर और बाह्य चेष्टाओं का संवरण करने हेतु तदनुरूप बाह्य उपायों को अपनाना।
What are these external penances ?
External penances are six in number, which are : totally stopping the intake of food, reducing the intake of food, living on alms, giving up hankering for taste, undergoing. physical hardship, holding back effort, internal as well as external.
से किं तं अणसणे?
अणसणे दुविहे आवकहिए अ।
पणते। तं
जहा-इत्तरिए
अ.
वह अनशन क्या है ? -कितने प्रकार का है ?
अनशन दो प्रकार का कहा गया है। जैसे कि-(१) इत्वरिकमर्यादित समय के लिये आहार का त्याग करना (२) यावत्कथितजीवन पर्यन्त आहार का त्याग करना।
What it is to abstain from the intake of food. ?
Abstension from food intake is of two types, viz., abstension for a certain period of time (itvarika) and abstension for the. whole life (yāvatkathika).
से किं तं इत्तरिए ?
इत्तरिए अणेगविहे पण्णत्ते । तं जहा -- चउत्थभत्ते छट्ठभत्ते अट्ठमभत्ते दसमभत्ते बारसभत्ते चउद्दसभत्ते सोलसभत्ते अद्धमासिए भत्ते मासिए भत्ते दोमासिए भत्ते तेमासिए भत्ते चउमासिए भत्ते. पंचमासिए भत्ते छम्मासिए भत्ते। से तं इत्तरिए ।