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उवेवाइय सुत्तं सू० ३८
कुण्डल - कान का भूषण - विशेष, मुकुट एवं चूड़ामणि - रत्नों से निर्मित शिरोभूषण - शीर्ष पुष्प धारण करना नहीं कल्पता है । ऐसा करना उनके लिये वर्जित है ।
Who do not use any pot with a chain of iron, bell-metal, copper, till any other which carries high value, who do not wear any cloth of any colour except saffron, who do not take, except a copper ring, any other necklace, ardhahāra, ekāvali, muktāvali, kanakāvali, ratnāvali, murabi kantha-murabi, prālamba, trisaraka, kaisūtra, ten rings, kataka, trutita, angada, keyüra, kundala, crown or cuḍāmani ( ornaments decorating the body from head to foot.)
तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पइ गंधिमवेढिमपूरिमसंघातिमे चव्विहे मल्ले धारित्तए णण्णत्थ एगेणं कण्णपूरेणं । तेसि णं परिव्वायगाणं णो कप्पर अगलुएण वा चंदणेण वा कुंकुमेण वा गायं अणुलिपित्तए णण्णत्थ एक्काए गंगा मट्टिआए । तेसि णं कप्पइ मागहए पत्थए जलस्स पडिगाहित्तए । सेऽविय वहमाणे णो चेवणं अवहमाणे । सेऽविय थिमिओदए णो चेव णं कद्दमोंदए । सेऽविय बहुपसण्णे णो चेव णं अबहुपसणे । सेऽविय परिपूए णो चेव णं अपरिपूए । सेऽविय णं दिष्णे नो चेव णं अदिण्णे । सेऽविय पिबित्तए णो चेव णं हत्थपायचरुचमसपक्खा लट्ठाए सिणाइत्तए वा ।
उन परिव्राजकों को एक कर्णपूर - फूलों से बने कर्ण भूषण के अतिरिक्त गूंथ कर बनाई गई मालाएँ, लपेटने से बनाई गई मालाएँ, फूलों को एकदूसरे से संयुक्त कर बनाई गई मालाएँ अथवा संहित कर - परस्पर एकदूसरे में उलझा कर बनाई गई मालाएँ -- इन चार प्रकार की मालाओं को धारण किये रहना नहीं कल्पता है, ऐसा करना उनके लिये वर्जित है । उन परिव्राजकों को एकमात्र गंगा की मिट्टी के सिवाय अगरु, चन्दन