________________
उववाइय सुतं सू० २०
से किं तं भाव-विउस्सग्गे ?
भाव- विउस्सग्गे तिविहे पण्णत्ते । तं जहा संसार - विउस्सग्गे कम्म - विउस्सग्गे ।
105
कसाय - विउस्सग्गे
वह कितने प्रकार का है ?
वह भाव व्युत्सर्ग क्या है ?
भाव व्युत्सर्ग तीन प्रकार का बतलाया गया है, जो इस प्रकार है : (१) कषाय व्युत्सर्ग, (२) संसार व्युत्सर्ग, (३) कर्म व्युत्सर्ग |
What is renunciation of cognition?
It has three types, viz., renunciation of passions, renunciation of the world and renunciation of karma.
से किं तं कसाय-विउस्सग्गे ?
कसाय - विउस्सग्गे चउव्विहे पण्णत्ते । तं जहा - कोह- कसायविउस्सगे माण-कसाय - विउस्सगे माया - कसाय - विउस्सगे लोहकसाय - विउस्सग्गे । सेतं कसाय - विउस्सग्गे ।
वह कषाय व्युत्सर्ग क्या है ?
उसके कौन-कौन से भेद हैं ?
कषाय व्युत्सर्ग चार प्रकार का बतलाया गया है वह इस प्रकार है : (१) क्रोध व्युत्सर्ग-- क्रोध का त्याग, (२) मान व्युत्सर्ग अहंकार का त्याग, (३) माया व्युत्सर्ग-- -- छल-कपट का त्याग, (४) लोभ व्युत्सर्ग- लालच का त्याग । इस प्रकार यह कषाय व्युत्सर्ग का स्वरूप कहा गया है ।
What is renunciation of passions?
It has four types. viz., renunciation of anger, of pride, of attachment and of greed. Such is renunciation of passions.