________________
आयारदसा
असणं वा, पाणं वा, खाइमं वा, साइमं वा आहारितए, बहिया विहारभूमि वा, वियारभूमि वा विहरित्तए, सज्झायं वा करित्तए,
काउस्सगं वा, ठाणं वा ठाइत्तए ।
अत्थि य इत्थ केइ अभिसमण्णागए अहासण्णिहिए एगे वा, अणेगे वा कप्पर से एवं वइत्तए – इमं ता अज्जो ! तुमं मुहुत्तगं जाणेहि जाव ताव अहं गाहावइकुलं भत्ताए वा, पाणाए वा निक्खमित्तए वा, पविसित्तए वा ।
असणं वा, पाणं वा, खाइमं वा, साइमं वा आहारित्तए ।
बहिया बिहारभूमिं वा, वियारभूमि वा विहरित्तए ।
सज्झायं वा करित्तए ।
काउस्सगं वा, ठाणं वा ठाइत्तए ।
१२३
य से पडिसुजा,
एवं से कप्पइ गाहावइकुलं भत्ताए वा, पाणाए वा निक्खमित्तए वा, पविसित्तए वा ।
असणं वा, पाणं वा, खाइमं वा, साइमं वा आहारितए ।
बहिया बिहारभूमि वा, वियारभूमि वा विहरित्तए ।
सज्झायं वा करित्तए ।
काउस्सग्गं वा, ठाणं वा ठाइत्तए ।
य से नो डिसुजा,
एवं से नो कप्पइ गाहावइकुलं भत्ताए वा, पाणाए वा निक्खमित्तए वा, पविसित्तए वा ।
असणं वा पाणं वा, खाइमं वा, साइमं वा आहारितए । बहिया विहारभूमि वा, वियारभूमि वा विहरित्तए ।
सज्झायं वा करित्तए ।
काउस्सग्गं वा, ठाणं वा ठाइए |८ / ६६
अठारवीं अनुमतिग्रहण-रूपा समाचारी
वर्षावास रहा हुआ भिक्षु यदि वस्त्र, पात्र, कम्बल, पैर पोंछना या अन्य किसी प्रकार की उपधि को धूप में थोड़ी देर या अधिक देर तक सुखाना चाहे
तो
एक या एक अधिक अर्थात् दो या तीन
भिक्षुओं को सूचित किए बिना (१) गृहस्थों के घरों में आहार- पानी के लिये निष्क्रमण प्रवेश करना,
(२) अशन, पान, खाद्य और स्वाद्य पदार्थों का आहार करना । (३) उपाश्रय के बाहर स्वाध्याय स्थल में जाना या