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||७०(विशेषण-विशेष्य-कृदन्त ) चिन्तन हैम संस्कृत-भव्य वाक्य संग्रह १०१. लाल साडी पहेरावीने गांडी कलर छे
कलाने डॉक्टरने बताववा | ११२. हॉस्पिटलमां शिखर बन्धी. माटे समकित काळु पेण्ट अने | | विशाल देरासर होवू जोईए.
| सफेद सर्ट पहेरीने लाल | ११३. हॉस्पिटलमां बेसवा लाकडानी कारमा बेसीने स्टेशन पर लाम्बी बेंच छे . जईने सफेद टिकिट लईने | ११४. हॉस्पिटलनुं उद्घाटन मन्त्री लाल डब्बामां ए.सी. कोचमां द्वारा रीब्बन कापीने कराय छे बे सीने बोम्बनी प्रख्यात | ११५./ दर्दीओ माटे डॉक्टरना हृदयमां मेण्टल हॉस्पिटलमां लई जाय
करुणा होय छे
| ११६. बधा डॉक्टरो साथे मलीने १०२. आजे विशाल नूतन | हॉस्पिटलनी ख्याति. माटे
हॉस्पिटलनो शीलान्यास छ | विशाल जन समुदायनी हॉस्पिटलनो नकसो सुन्दर
| मिटिंग राखे छे अने आकर्षक छे ११७. ट्रेन- एक्सिडण्ट थतां गम्भीर १०४. हॉस्पिटलमां सफेद आरसना | रीते घायल थयेलां लाल मोटा अने लिसा पत्थर होवा
लोहीथी खरडायेला नाना जोईए
मोटा बालक-वृद्ध-आदिने १०५. नूतन हॉस्पिटलमां होशियार | बोम्बेनी प्रख्यात "बॉम्बे डॉक्टरो आववाना छे
हॉस्पिटलमां" पहोंचाडवामां १०६. हॉस्पिटलना बारी बारणाओने आवे छे
लीला रंगना पदडा छे . विशेषणविशेष्य१०७. हॉस्पिटलना नोंने सफेद युनिफोर्म छे
कृदन्त |१०८, हॉस्पिटल नाम सुन्दर अक्षरोमां| | तीर्थ स्वरूप पालिताणामां लखेलुं छे
वृद्धाश्रममां वृद्ध साधु-साध्वी १०९. डॉक्टर रोगीना भयंकर रोगने
अने श्रावक श्राविकाओ माटे जोई विचारे छे
| पुण्यशाली श्रावको उत्तम हॉस्पिटलमां दर्दीओने पोष्ठिक |
लक्ष्मीथी उत्साह पूर्वक उदार खोराक आपे छे
दिलथी वैयावच्च करे छे |१११. हॉस्पिटलनी भींतोनो क्रिम