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| चिन्तन हैम संस्कृत - भव्य वाक्य संग्रह
बाला बांकुला वहोरावे छे ७५. गरम कांबली ओढीने साध्वीजी म. यात्रा करे छे ७६. | नानो लाल डब्बो लईने सुरेश गाँव जाय छे
७७. सलगता कोलसाथी सीता स्वादिष्ट भोजन बनावे छे ७८. प्लास्टिकनी ब्लू डोलमां गीता गरम पाणी लावे छे
७९. | सफेद ग्लासमां नीता मीठं दूध पीवे छे
८०. बनारसनी पीली साडी पहेरीने राखी पौषध करे छे
८१. काली सुटकेश लईने ललिता नाना भाईने मलवा जाय छे ८२. घरथी स्टेशन जवा माटे पील रिक्षामा बेसे छे
८३. सफेद टिकिट लईने कला लाल रेलगाडीमां आवे छे ८४. ट्रेनमां बेसीने स्वादिष्ट भोजन करे छे
८५. स्टेशन पर उतरीने मीठां जामुन ले छे
८६. स्टेशन पर दुःखी भिखारी मेला कपडां पहेरीने भीख मांगे छे
८७. टिकिट चेक करवा माटे काला कोट वालो टी.सी. आवे छे
८८. टी. सी. नो दुष्ट स्वभाव जोईने
८९.
९०.
९१.
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(विशेषण - विशेष्य ) ६९
लोको डरे छे
गाडीने रवाना करवा माटे सफेद कोर्ट वालो गार्ड हरी झंडी बतावे छे
गाडीने ठहरवा माटे लाल झंडी बतावे छे
९५.
गाडीमांथी मोनित सोनेरी अंगुठी नाखे छे
चालती गाडीमांथी मोह न गन्दा प्लेट फोर्म पर उतरतो नथी
९४.
९३. स्टेशन पर गरीब कूल्लीने जोईने मने दया आवे छे स्टेशन पर अपंग माणस मधुर गीत गाईने घणा पैसा मेळवे छे
गाडीनुं काळं इञ्जिन सलगता | कोलसाना गरम तापथी चाले छे
९६. पूनाथी निकलती गाडी अंधारी गुफामांथी पसार थाय
छे
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९८.
माता पिताने गाडीमां बेसतां जोईने नानो मनिष रडे छे गाडीमां समय पसार करवा माटे करुण वार्ताओ वांचे छे प्रीतेश स्टेशन पर मलवा माटे आवे त्यारे सुन्दर भेट लावे छे १००, स्टेशन पर दोडता चोरने जोईने लोको बूम पाडे छे
९९.