________________
( २१६)
लोलुपता से एक तरुणी को अपना वह जीवन वृद्ध के हवाले कर देना पड़ता है, जिस जीवन को वह किसी युवक के साथ रहकर बिताने की अभिलाषा रखती थी।
एक वृद्ध अमीर की स्त्री का देहान्त हो गया। अमीर के दोस्तों ने उस से दूसरा विवाह करने के लिए कहा। अमीर ने उत्तर दिया कि मैं किसी बूढ़ी स्त्री के साथ विवाह नहीं कर सकता, मुझे बढ़ी स्त्री पसन्द नहीं। दोस्तों ने उत्तर दिया, आपको बूढ़ी स्त्री के साथ विवाह करने के लिए कौन कहता है ? - आप तरुणी के साथ विवाह कीजिये । हम आपके लिए तरुणी की तलाश कर देंगे । दोस्तों की बात सुनकर वृद्ध अमीर ने कहा कि जब मुझ बूढ़े को बूढी स्त्री पसन्द नहीं है, तो क्या वह तरुण स्त्री मुझ बूढ़े को पसन्द करेगी ? यदि नहीं, तो फिर जवरदस्ती से क्या लाभ ! अमीर की बात सुनकर दोस्तों को शर्मिन्दा होना पड़ा और उन्होंने अमीर के विवाह की बात छोड़ दी।
५-बेजोड़ विवाह वृद्ध पुरुष के साथ तरुण स्त्री के विवाह के समान ही धन या कुल के लोभ से बालक पुरुष के साथ तरुणी या तरुण पुरुष के साथ बालिका भी विवाह दी जाती है। ये समस्त विवाह बेजोड़ हैं । ऐसे विवाह समाज में भयंकर हानि फैलाने वाले, भावी सन्तति का जीवन दुःखप्रद बनाने वाले और पारलौकिक-जीवन को कंटकाकीर्ण करने वाले हैं । ।
बेजोड़-विवाह से होने वाली समस्त हानियों का वर्णन करना शक्ति से परे की बात है, फिर भी संक्षेप में कुछ