________________ जादेरखबर. - 4-0 5- 0-0 अमारा तरफथी हालमां नीचेनां पुस्तको उपायां; तथा उपाय . किम्मत. रू.श्रा.पा. प्रकरण रत्नाकर लाग. 1 (बीजी श्रावृत्ति) 6-7-0 (जेमां सामात्रणसोगाथार्नु स्तवन, श्रागमसार, आनंदघनचोविशी, नयचक्रसार, व्यगुणपर्यायनोरास, योगदृष्टि समुच्चय, श्रध्यात्मसार, समाधिशतक, समताशतक, दिक्पटचोराशीबोल, चिं तामणिस्तोत्र, तथा समयसार ए अद्भुत ग्रंथोनो समावशे कोडे) प्रकरणरत्नाकर नाग 1 लानो प्रथम कटको. (जेमां सामात्रणसोगानुं स्तवन तथा श्रागमसारले ). 2- 0-0 , बीजो , (जेमां नयचक्रसार, तथा श्रानंदघन चोविशीने) , त्रीजो , (जेमां योगदृष्टि सद्याय, अध्यात्मसार वगरेठे ) , चोथो , (जेमा समयसार ) 3- -7 श्री वैराग्य कल्पलता (श्री यशोविजयजी कृत) 3- 0-0 श्री जज्बाहु संहिता (अपूर्वज्योतिषग्रंय-श्री जवाहु स्वामी कृत) श्री प्रतिमाशतक (श्री यशोविजयजी कृत) 0-12-0 श्री मागधीलाषा-व्याकरण-टुंढिकानांनाषांतरसाथे उत्तरार्ध 3- 7-0 श्री उपदेशप्रासाद (प्रास्ताविक श्लोक साथे ) प्रथम खंम. 2-0-0 श्री उपदेश तरंगिणी-अनेक कथा साथे (श्रीरत्नमंदिरगणिकृत) 1-4-0 श्री अहन्नीति-(जैनन्यायलोकव्यवहार श्री हेमचंदाचार्य कृत) 1-4-0 श्री वैराग्यशतक-(अनेक कथा साथे) नाषांतर 1-4-0 श्री योगशास्त्र (मूल-टीका बालावबोधसाथे श्री हेमचंद्राचार्य कृत ) 3-4-a श्री धर्मसर्वस्वाधिकार (अद्जुतग्रंथ श्रीजयशेखर सूरिकृत) - एश्री चंदराजानो रास. अर्थसाथे. (150) रंगीन चित्रोसाथे. (उपाय 2) 4- o . मुंबश्-मांझवी-शाकगली शा० नीमसिंह माणक. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org