________________
जैनग्रन्थ
(२९) उपस्कार, (३०) वेदान्त परिभाषा
[१५]
ग्रन्थकार
शंकर मिश्र धर्मराज दीक्षित १२६
(३१) न्याय भाष्य (३२) न्यायसूत्र वैदिक वृत्ति
(३३) वेदान्तसूत्र वै० वृ० (३४) वैशेषिक सूत्र वै० वृ०
(३५) भास्करीय ब्रह्मसूत्रभाष्य,,
Jain Education International
वात्स्यायन मुनि ८३-८४ स्वामि हरिप्रसाद ८६-८७-८८
९१-९२-९३
९३
."
""
""
""
""
"
32
""
निबन्ध पृष्ठांक
८०-८२
९४-९५-९७-९८९९-१००-१६३१६७-१६९
( ३६ ) विज्ञानामृत भाष्य विज्ञान भिक्षु
१००-१०१-१०२१०३ - १५५ - १५६
१०४
(३७) वेदान्तपारिजातसौरभ निम्बार्काचार्य (३८) श्रीभाष्य रामानुजाचार्य १०६-१०७ ( ३९ ) ब्रह्म मीमांसा भाष्य श्रीकंठ शिवाचार्य १०९-११२
(४०) तत्वार्थ प्रदीप
बल्लभाचार्य ११४ स्वा० शंकराचार्य_१२५
(४१) उपदेश सहस्री (४२) पंचदशी
विद्यारण्य स्वामी
(४३) गीतारहस्य
लोकमान्य तिलक १३६-१३७-१३८
(४४) ब्राह्मण सर्वस्व (४५) हिंदुतवज्ञाननो इतिहास
पं० भीमसेन शर्मा १५१ नर्मदाशंकर देव
(४६) उपनिषद् का उपदेश पं० (४७) माध्यमिक कारिका (बौद्ध)
१०५-१२०-१२११५३-१५४
शंकर महता कोलिकेश्वर १६५ भट्टाचार्य एम० ए० १२२
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org