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परिशिष्ट-२
सं०
यक्षी
८ (1) भृकुटि ( या ज्वाला)
श्वे ०
(ii) ज्वालामालिनी - दि० महिष
९ ( 1 ) सुतारा ( या चाण्डालिका) - श्वे०
(ii) महाकाली - दि०
(ii) गौरी - दि०
१२ (i) चण्डा ( या प्रचण्डा
या अजिता ) - ० (ii) गान्धारी - दि०
कूर्मं
१० ( 1 ) अशोका ( या गोमे- पद्म धिका) - श्वे० (ii) मानवी - दि०
११ (i) मानवी ( या
श्रीवत्सा) - वे ०
१३ ( i ) विदिता - श्वे० (ii) वैरोट्या वैरोटी) - दि ०
१४ (i) अंकुशा - ०
वाहन
वराह (या
वराल या
मराल या हंस)
( या
(ii) अनन्तमती - दि०
१५ (i) कन्दर्पा (या पन्नगा) -
श्वे ० (ii) मानसी - दि०
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वृषभ
मृग
अश्व
पद्म
भुजा सं०
शूकर (नाग) चार सिंह
चार
हंस
चार
मत्स्य
आठ
व्याघ्र
चार
चार
चार
पद्म (या चार या दो मकर)
पद्म
चार
सर्प ( या चार या व्योमयान) छह
चार या दो
चार
चार
चार
चार
छह
आयुध
खड्ग, मुद्गर, फलक ( या मातुलिंग),
परशु
चक्र, धनुष, पाश ( या नागपाश ), चर्मं ( या फलक ), त्रिशूल ( या शूल),
बाण, मत्स्य, खड्ग
वरदमुद्रा, अक्षमाला, कलश, अंकुश
वज्र, मुद्गर ( या गदा), फल ( या अभयमुद्रा), वरदमुद्रा
वरदमुद्रा, पाश ( या नागपाश ), फल, अंकुश
फल, वरदमुद्रा, झष, पाश
वरदमुद्रा मुद्गर ( या पाश), कलश ( या वज्र या नकुल ), अंकुश (या अक्ष सूत्र )
मुद्गर ( या पाश), अब्ज, कलश (या अंकुश ), वरदमुद्रा वरदमुद्रा, शक्ति, पुष्प ( या पाश), गदा
मुसल, पद्म, वरदमुद्रा, पद्म । पद्म, फल ( अपराजितपृच्छा )
बाण, पाश, धनुष, सर्प
सर्प, सर्प, धनुष, बाण |
दो में वरदमुद्रा, शेष में खड्ग, खेटक, कार्मुक, शर ( अपराजितपुच्छा) खड्ग, पाश, खेटक, अंकुश । फलक, अंकुश (पद्मानन्द महाकाव्य) धनुष, बाण, फल, वरदमुद्रा उत्पल, अंकुश, पद्म, अभयमुद्रा
दो में पद्म और शेष में धनुष, वरदमुद्रा, अंकुश, बाण | त्रिशूल, पाश, चक्र, डमरु, फल, ( अपराजित पृच्छा)
वरदमुद्रा
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