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महावीर
१५. महावीर का चम्पा में
पदार्पण रथमूसल व महाशिलाकंटक युद्ध का प्रारम्भश्रेणिक की रानियों की दीक्षा श्रावस्ती में पदार्पण गोशालक की मृत्यु मिथिला चतुर्मास ।
१६. वाणिज्य ग्राम
१७. राजगृह
१८. वाणिज्य ग्राम
१९. वैशाली
२०.
वैशाली
२१. राजगृह
२२. नालन्दा २३. वैशाली
२४.
39
२५. राजगृह २६. नालन्दा २७. मिथिला
२८.
39
२९. राजगृह
३०. पावापुरी ( मल्ल राज्य ) में
अन्तिम वर्षावास कार्तिक अमावस्या में निर्वाण |
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१६. आलवी
१७. राजगृह १८. चालिय पर्वत
१९.
"
बुद्ध
मल्लराष्ट्र : ५३
२०. राजगृह
२१. ४५ - श्रावस्ती ( अनाथपिण्डिक द्वारा निर्मित जेतवनाराम और मृगार माता के पूर्वाराम प्रासाद में )
४६. वैशाली के समीप वेलुव ग्राम में । वैशाली से पावा होकर कुशीनगर में महापरिनिर्वाण |
महावीर के चातुर्मासों एवं बुद्ध के वर्षावासों की उपर्युक्त तालिका के विश्लेषण से ज्ञात होता है कि जहाँ महावीर ने ११ चातुर्मास राजगृह, ७ वैशाली, ५ वाणिज्य ग्राम, ४ मिथिला, नालन्दा तथा १ पावापुरी में व्यतीत किया था, वहीं बुद्ध २६ वर्षावास श्रावस्ती, ५ राजगृह, ३ चालिय पर्वत, २ वैशाली, १ कपिलवस्तु, १ ऋषिपत्तन मृगदाव ( सारनाथ ), १ मंकुल पर्वत, १ त्रायास्त्रिश, १ सुसुमार गिरि, १ कोशाम्बी, १ परिलेय्यक वन, १ नाला ब्राह्मण ग्राम, १ वेरञ्जा और
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