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परिच्छेद ४ : वन और पर्वत
... २९४-२९६ कालिदासकानन, कैलास, गन्धमादन, नाभिगिरि, नेपाल शैल, प्रागद्रि, भीमवन, मन्दर, मलय, मुनिमनोहरमेखला, विन्ध्य, शिखण्डिताण्डव,
सुवेला, सेतुबन्ध और हिमालय । परिच्छेद ५ : सरोवर और नदियाँ
.... २९७-२९९ मानसरोवर, गंगा, जलवाहिनी, यमुना, नर्मदा, गोदावरी, चन्द्रभागा, सरस्वती, सरयू, शोण, सिन्धु और सिप्रा नदी।
अध्याय पाँच : यशस्तिलक की शब्द-सम्पत्ति ... ३०३
इस अध्याय में यशस्तिलक के विशिष्ट शब्दों पर अकारादि क्रम से
विचार किया गया है। चित्रफलक सहायक ग्रंथ-सूची शब्दानुक्रमणिका
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