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________________ १३ . ६. दत्तात्रेय २१९; ५. कपिल २१८; ७. यज्ञपुरुष २२०; ८. ऋषभ २२१; ९. पृथु २२२; १०. मत्स्य २२३; ११. कच्छप ( कूर्म ) २२३; १२. धन्वन्तरि २२३; १३. मोहिनी २२४; १४. नरसिंह २२५; १५. वामन २२५; १६. परशुराम २२५; १७. व्यास २२५; १८. राम २२६; १९. बलराम २२६; २०. श्रीकृष्ण २२६; २१. बुद्ध २२६; २२. कल्कि २२६; २३. हंस २२६, २४. हयग्रीव २२८; अन्य अवतार : मनु २२९; गजेन्द्र हरि २३० १३. अवतारवाद के मनोवैज्ञानिक आधार १४. अवतारवाद की अवधारणा का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण १५. अवतारवाद की अवधारणा का वैज्ञानिक विश्लेषण १६. पौराणिक सृष्टि और अवतार १७. पौराणिक प्रतीक और विकासवादी उपादान १८. अवतार - प्रतीक सन्धि युग के द्योतक १९. अवतारवाद का दर्शन २०. अवतार का प्रयोजन २१. अवतार की धार्मिक एवं सामाजिक उपादेयता २२. अवतार और लोक कल्याण २३. अवतारवाद में भक्तितत्व या श्रद्धा का प्राधान्य २४. अवतारवाद के सन्दर्भ में नियति और पुरुषार्थ पंचम अध्याय : तीर्थंकर, बुद्ध और अवतार की अवधारणा : तुलनात्मक अध्ययन १. अवतार तोथंकर और बुद्ध की अवधारणाओं का तुलनात्मक विवेचन २. तीर्थंकर और बुद्ध : दार्शनिक दृष्टि से समानता और अन्तर Jain Education International (अ) तीर्थंकर और बुद्ध की अन्य समानताएँ (ब) तोर्थंकर एवं बुद्ध का अन्तर For Private & Personal Use Only २३२ २३२ २३५ २३७ २४० २४० २४२ २४५ २४८ २४९ २५० २५२ २५५ २५५ २५८ २५९ २६२ www.jainelibrary.org
SR No.002127
Book TitleTirthankar Buddha aur Avtar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRameshchandra Gupta
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1988
Total Pages376
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size14 MB
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