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[ १४ ] मूल्यांकन ९०, दुर्गन्धा ९०, दुर्गन्धा-मूल्यांकन ९२, पृथा ९२, पृथा-मूल्यांकन ९३, काली ९३, सुकाली ९४, महाकाली ९५, कृष्णा ९५, सुकृष्णा ९६, महाकृष्णा ९६, वीरकृष्णा ९७, रामकृष्णा ९७, पितृसेनकृष्णा ९७, महासेनकृष्णा ९८, सुसेनांगजा ९८, पद्मावती ९९, पद्मावती-मूल्यांकन १००, जयन्ती १००, जयन्ती-मूल्यांकन १०३, शिवानन्दा १०३, भद्रा १०४, श्यामा १०५, धन्या १०६, बहुला १०७, पुष्पा १०७, अग्निमित्रा १०८, रेवती १०९, अश्विनी १११, फाल्गुनी ११२, श्रीमतो ११२, उत्पला ११४, सुलसा ११४, सहनशीलता की परीक्षा एवं वरदान ११५, समकित की परीक्षा ११६, सुलसा-मूल्यांकन ११७, रेवती ११७, रेवती-मूल्यांकन ११९, सुभद्रा ११९, सुभद्रा १२२, भद्रा १२२, भद्रा-मूल्यांकन १२४, भद्रा १२५, भद्रा-मूल्यांकन १२६, रोहिणी १२६, रोहिणी-मूल्यांकन १२७, नन्दा १२७, नन्दा-... मूल्यांकन १२८, बहुलिका १२८, वत्सपालिका १२९, वत्सपालिका-मूल्यांकन १२९, विजया और प्रगल्भा
१२९, सोमा और जयन्ती १३०। अध्याय ३ : महावीरोत्तर जैन साध्वियाँ एवं महिलाएँ १३२-१५९
धारिणी १३३, मूल्यांकन १३५, साध्वो विगतभया १३६, धारिणी १३६, धारिणी-मूल्यांकन १३७, श्रावक मनक की माता (श्राविका ) १३८, मूल्यांकन १३८, यक्षा १३९, कोशा १४१, यूनानी यात्रा वर्णन-श्रमणियों का उल्लेख १४३, सुप्रभा १४४, असन्ध्यमित्रा १४५, रानी उविला १४६, पूर्णमित्रा १४७, आर्या पोइणी १४८, साध्वी सरस्वती १४९, साध्वी मुरुण्ड १५१, सुनन्दा १५२, रुक्मिणी १५३, मूल्यांकन १५४, साध्वी ईश्वरी १५५, साध्वी रुद्रसोमा १५५, तरंगवती १५७, आगम परिषद् : पाटलिपुत्र परिषद् : (प्रथम वाचना) १५७, दूसरी परिषद १५८, तीसरी परिषद् १५८, चौथी परिषद १५८ ।
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