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१०८। जैन महापुराण : कलापरक अध्ययन
उत्तर अंगिरा सन्मति
१०.
सिन्धु
दत्त दामोदर सुतेजः स्वामि मुनिसुव्रत सुमति शिवगति स्ताग
१४.
कुसुमाञ्जलि शिवगण उत्साह ज्ञानेश्वर परमेश्वर विमलेश्वर यशोधर
निमिश्वर
१७.
अनिल
यशोधर
कृष्ण
क्रतार्थ जिनेश्वर षुधमति शिवाकरह स्यन्दन सम्प्रति
ज्ञानमति षुधमति श्रीभद्र अतिक्रान्त शान्त
२४.
(ख) पश्चातकालीन (भविष्य के) उत्सपिणी युग के २४ तीर्थकर
दिगम्बर
क्रम सं० श्वेताम्बर
पद्मनाथ या महापद्म सूरदेव सुपार्श्व स्वयंप्रभ सर्वानुभूति देवश्रुत या देवगुप्त उदय या उदत पेढाल या पेढ़ालपुत्र पोत्तिल शतकीर्ति
मुनिसुव्रत सर्वविद् १२. अमम
महापद्म सुरदेव सुपाव स्वयंप्रभ सर्वात्मभूत देवपुत्र या श्रीदेव कुलपुत्र उदंक प्रोष्ठिल जयकीर्ति मुनिसुव्रत अरनाथ या अरह
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