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( १३ )
नवीन सम्प्रदाय व पन्थ १२०; १. तारण पन्थ या समैया पन्थ १२० २. बीसपन्थी वर्ग १२१ ३. विधि मार्ग १२१ ।
(३) उत्तरमध्यकाल १२१
(क) श्वेताम्बर सम्प्रदाय में भेद - प्रभेद १२१ ( क - १ ) प्रवर्तमान गच्छ १२१ (क-२) नवीन सम्प्रदाय व पंथ १२३ (ख) दिगम्बर सम्प्रदाय में भेदप्रभेद १२५ ( ख - १) प्रवर्तमान संघ १२५ ( ख - २) नवीन संप्रदाय व पंथ १३० निष्कर्ष एवं समालोचना १३१ ।
(स) जैन जातियाँ एवं गोत्र - पृष्ठभूमि १३३ (१) ओसवाल १३४ ओसवालों के गोत्र १३५ (क) क्षेत्रीय प्रादेशिक या स्थानिक गोत्र १३६ ( ख ) व्यावसायिक गोत्र १३७ (ग) व्यक्तिओं के नामों पर आधारित गोत्र १३८ (घ) कुलों से परिवर्तित गोत्र १४० ( ङ ) विशेष कार्यों के उपरान्त निर्मित गोत्र, गच्छ एवं गोत्रों के अन्तर्सम्बन्ध १४२ ( २ ) श्रीमाल १४३ श्रीमालों के गोत्र १४४ ( ३ ) पोरवाल १४६ ( ४ ) पल्लीवाल १४६ (५) खण्डेलवाल जाति १४७ ( क ) क्षत्रियवंशोत्पन्न गोत्र १४८ ( ख ) प्रादेशिक गोत्र १४८ ( ग ) व्यावसायिक गोत्र १४९ (घ ) पद एवं उपनामों पर आधारित गोत्र १५० ( ६ ) बघेरवाल जाति १५१ (७) अग्रवाल जाति १५१ (८) नरसिंहपुरा एवं जायसवाल जातियाँ १५३ (९) चित्तौड़ा व नागदा जातियाँ १५३ (१०) हुम्मड़ जाति १५३ (११) घट वंश १५४ (१२) श्रीमोढ़ जाति १५५ (१३) गुर्जर जैन जाति १५५ ( क) श्वेताम्बर सम्प्रदाय के अन्तर्गत १५६ ( ख ) दिगम्बर सम्प्रदाय के अन्तर्गत १५७ ( क ) श्वेताम्बर जैन जातियों के गोत्र १५७ (ख) दिगम्बर जैन जातियों के गोत्र १५८ (क) भोजक या सेवक १५८ (ख) महात्मा या मथेण १५८; निष्कर्ष एवं समालोचना १५९ ।
अध्याय ४ : जैन तीर्थ
(अ) पूर्व मध्यकाल
(१) आबू तीर्थ १६४ ( क ) विमल वसहि १९६५ (ख) लूणवसहि १६८ (ग) पित्त-लहर या जैन मन्दिर, भीमाशाह १७१ (घ) चौमुखा या पार्श्वनाथ जैन मन्दिर १७१ (ङ) कुन्थुनाथ दिगम्बर जैन मंदिर १७२ (च) मन्दिर वर्धमान स्वामी १७२ (छ) अचलगढ़, मन्दिर चौमुखजी १७३ (ज) आदिनाथ मन्दिर १७३ () कुन्थुनाथ मन्दिर १७३ ( ब ) शांतिनाथ मन्दिर १७४ (२) लोद्रवा तीर्थं १७५ (३) बघेरा तीर्थं १७६ (४) नरैणा तीर्थं १७८ (५) बिजौलिया तीर्थं १८० (६) नाणा तीथं १८२ (७)
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