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नैतिकता को मौलिक समस्याएँ और आचारांग : ७९ १२९. संपा० पं० जगदीशचन्द्र शास्त्री, आत्ममिद्धिशास्त्र, ले० श्रीमद्राजचन्द्र,
श्रीपरमश्र त प्रभा० मंडल अगास, प्रथम आवृत्ति, सन् १९३७, १३१
१३२. १३०. आचाराङ्ग, १/१/८. १३१. वही, १/२/४. १३२. वही, १/३/२. १३३. वही, १/३/२. १३४. वही, १३/३. १३५. वही, १/३/३, १/५/६. १३६. वही, १/२/१. १३७. वही, १/५/२. १३८. वही, १/२ १. १३९. वही, १/३/३. १४०. आचाराङ्ग शी० टी० पत्रांक १४९. १४१. आचाराङ्ग, १/२/६. १४२. हृदयनारायण मिश्र, अस्तित्त्ववाद, किताबघर, कानपुर-३, सन् १९६८,
पृ० ७४. १४३. आचाराङ्ग, १/६/५. १४४. वही, १/२/६. १४५. वही, १/४/१.
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