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Arhat Pāršva and Dharanendra Nexus के लेख मे मेले के लिये जफात में छूट का उल्लेख है। ___ अन्य तीर्थ—इसी प्रकार तिंवरी पार्श्वनाथ, पोसलिया पार्श्वनाथ सोजत के पास मुंडेवा पार्श्वनाथ, नाडलाई में सोमटिया पार्श्वनाथ, सुजानगढ़ में जगवल्लभ पार्श्वनाथ के मन्दिर भी दर्शनीय हैं । ___ गोंडी पार्श्वनाथ के नाम से बीकानेर, आहोर, धानेरा, नाड़लाई, सोजत के मन्दिर प्रसिद्ध और दर्शनीय
वस्तुतः देखा जाए तो यह राजस्थान प्रदेश अतिशय/चमत्कारी तीर्थ-स्थलों का ही प्रदेश है । इस लघु निबन्ध में पार्श्वनाथ के प्रसिद्ध एवं मुख्य-मुख्य तीर्थ-स्थलों का उल्लेख मात्र किया गया है । ऐतिहासिक विश्लेषण प्राचीनत्व और विशिष्टताओं का लेखा-जोखा नहीं । अनुसन्धान करने पर इस प्रदेश में अन्य अनेक प्राचीन तीर्थ क्षेत्रों का परिचय भी प्राप्त किया जा सकता है ।
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