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जैन साहित्य का बृहद् इतिहास ग्रन्थनाम
लेखक का नाम आदित्यव्रतकथा' ( रविव्रतकथा ) श्रुतसागर (१६वीं का पूर्वाध), भानुकीर्ति,
अज्ञात उद्योतपंचमीकथा
अज्ञात, टीकाकार कनककुशल (१७वीं
का उत्तरार्ध) एकादशीव्रतकथा
अज्ञात (१३७ प्राकृत गाथाएँ) चतुःपर्वकथा'
माणिक्यसुन्दर एवं अज्ञातकर्तृक चतुर्मासपर्वकथा'
अज्ञातकतृक चातुर्मासिकपर्वकथा
भावप्रभसूरि (सं० १७८२) चातुर्मासिकपर्वव्याख्यान क्षमाकल्याण (१९वीं शती), समयसुंदर
(सं० १६६५) चातुर्मासिकव्याख्यान
धर्ममन्दिरगणि (सं० १७४९), ५००
ग्रन्थान चन्दनषष्ठी
ब्र० श्रुतसागर जिनपूजाष्टकविषयकथा
अज्ञात (प्राकृत) जिन मुखावलोकनव्रतकथा
(अज्ञात) चैत्रपूर्णिमाकथा
अमरचन्द्र, टीका जीवराज, सं० १८६९ दशपर्वकथा३ ( दशपर्वकथासंग्रह) क्षमाकल्याण दीपमालिकाकथा दीपोत्सवकथा५
त्रिभुवनकीर्ति द्वादशपर्वकथा१६
अज्ञात नन्दीश्वरकथा" ( अष्टाह्निका या ब्र० नेमिचन्द्र, शुभचन्द्र
- सिद्धचक्रकथा) निःदुःखसप्तमी (निर्दोषसप्तमी) श्रुतसागर
१. वही, पृ०२८ भट्टारक सम्प्रदाय, पृ० १६३, २९०, ४४३. २. जिनरत्नकोश, पृ० ४६. ३. वही, पृ० ६१. ४.५. वही, पृ० ११३. ६-८. वही, पृ० १२२. ९. वही, पृ० ११८. १०. वही, पृ० १३५. ११. वही, पृ० १३५. १२. वही, पृ० १६८. १३-१५. वही, पृ० १७५. १६. वही, पृ० १८४. १७. वही, पृ० २००, २१०; भट्टारक सम्प्रदाय,
पृ०. ३७४. १८. भट्टारक सम्प्रदाय, पृ० १७४.
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