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संदर्भ
श्री अ०च० नाहटा-परंपरा पृ०-१२०. २. सं०- अगरचन्द नाहटा- राजस्थान का जैन साहित्य पृ०-१७९.
मोहन लाल दलीचंद देसाई, जैन गुर्जरकवियो भाग-३ पृ०-३२९ प्र०सं० और भाग-६, पृ०-११९ न०सं०. मोहन लाल दलीचंद देसाई, भाग-३, पृ०-३०८ प्र० और भाग-६, पृ०-२७९ न०सं०. कामता प्रसाद जैन-हिन्दी जैन सा०का०सं० इतिहास पृ०-२२०.
सं०अ०च० नाहटा- राजस्थान का जैन साहित्य पृ०-२८०. ७. श्री मो०द० दे०जै०गु०क० भाग-३, पृ०-५७ और भाग-६, पृ०-७३ न०सं०. ८. वही, पृ०-१५४२-४३ प्र०सं० और भाग-६, पृ०-९०-९१ नं०सं०. ९. अ०च० नाहटा- परंपरा पृ०-११८. १०. मो०द० दे०- जै०गु०क० भाग-३, पृ०-३१५ प्र०सं० और भाग-६, पृ०
३१० न०सं०. ११. अ०च० नाहटा- राजस्थान जैन साहित्य पृ०-१७९. १२. उत्तमचंद कोठारी-हस्तलिखित ग्रंथसूची, प्राप्ति स्थान पार्श्वनाथ विद्यापीठ
वाराणसी. १३. मो०द० देसाई-जै०गु०क० भाग-३, पृ०-१६१-१६३ प्र०सं०, भाग-६,
पृ०-१५७ नं०सं०.
वही, पृ०-१५८ न०सं०. १५. वही, पृ०-१५९ न०सं०. १६. वही, भाग-३, पृ०-६७-६८ प्र०स० और पृ०-८३ न०सं०. १७. वही, भाग-३, पृ०-३१५-१६ प्र०स० और भाग-६, पृ०-३१० न०सं०. १८. वही, भाग-३, पृ०-३१५-१६ प्र०स० और भाग-६, पृ०-२१४ न०सं०. १९. वही, भाग-३, पृ०-२७६-२७७ और भाग-६, पृ०-२७४ न०सं०. २०. कस्तूरचंद कासलीवाल- राजस्थान के जैनशास्त्रभंडारों की ग्रंथ सूची भाग-४,
पृ०-१७६. अ०च० नाहटा-राजस्थान का जैन साहित्य पृ०-२३३ और मो०द० दे०जै०गु०क० भाग-३, पृ०-३३७ एवं भाग-६, पृ०-३०५ न०सं०. मो०द० देसाई-जैन०गु०क० भाग-३, पृ०-१८९-९१ प्र०सं० और भाग-६,
पृ०-२१२-२१४ न०सं०. २३. अगरचंद नाहटा-परपंरा पृ०-११५. २४. मो०८० देसाई-जैन गुर्जर कवियो- भाग-३, पृ०-५७-५९ प्र०सं० और भाग
६, पृ०-७३-७४ न० Private & Personal Use Only
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