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मरु-गुर्जर जैन साहित्य
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पउमचरिउ -विमलसूरि, संपा० मुनिपुण्यविजय, भाग १-२, वाराणसी,
१९६२-६८ ई० पउमचरिउ-स्वयंभू, संपा० हरिवल्लभ चूनीलाल भयाणी, भाग १-३,
___बम्बई १९४९-६० ई० पउमसिरीचरिउ-धाहिल, संपा० मधुसूदन मोदी एवं हरिवल्लभ चूनीलाल
भयाणी, बम्बई, १९४८ ई० परमात्मप्रकाश-योगीन्दु, संपा० आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, बम्बई,
१९३७ ई० पाहुडदोहा-मुनिरामसिंह, संपा० डा. हीरालाल जैन, कारंजा, १९३३ ई० प्रबन्धचिन्तामणि-मेरुतुंग, संपा० जिनविजय, शांतिनिकेतन, १९३३ ई० प्रबन्धकोष-राजशेखर, संपा० जिनविजय, कलकत्ता, १९३५ ई० प्राकृतपैङ्गलम्-हेमचन्द्र, संपा० भोलाशंकर व्यास, वाराणसी, १९५९ ई० प्राकृतप्रकाश-वररुचि, संपा० अनुवादक-कमलाशंकर प्राणशंकर त्रिवेदी,
__नवसारी, १९५७ ई० बृहत्कथाकोश-हरिषेण, संपा० आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, बम्बई.
१९४३ ई० महानयप्रकाश-शितिकंठाचार्य, संपा० मुकुन्दरामशास्त्री, श्रीनगर,
१९१८ ई. महापुराण-पुष्पदन्त, संपा० पी० एल० वैद्य, बम्बई १९३७ ई० महाभाष्य-पतंजलि, संपा० कीलहान, बम्बई, १८९२-१९०९ ई० यशस्तिलकचम्प-सोमदेवसूरि, संपा० अनुवादक-पं० सुन्दरलाल शास्त्री,
वाराणसी, १९७१ ई० रामचरितमानस-गोस्वामी तुलसीदास, संपा० हनुमानप्रसाद पोद्दार ,
__गोरखपुर लीलावइ-कौतूहल, संपा० आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, बम्बई, १९४९ ई० वर्णरत्नाकर-ज्योतीश्वर ठाकुर, संपा० सुनीतिकुमार चटर्जी, कलकत्ता,
१९४० ई० वज्जालग्गं-प्रवरसेन, हिन्दी अनुवादक-विश्वनाथ पाठक, वाराणसी,
१९८४ ई०
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