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जया - Ibid, 21, 29. वसुला – Ibid, 24, 70. संगमिका --- Ibid.
ग्रहा - Ibid, 32, 119. कुमारमित्रा - Ibid, 39.
अक्का - Ibid, 48.
नन्दा - Ibid.
घकरब - Ibid, 50.
जिनदासी -- Ibid.
दत्ता - Ibid, 67. जीवा -- Ibid. भूतिबला - Ibid, 73.
धामथा - Ibid, 75. नागदत्ता - Ibid, 86. सादिता - Ibid, 117. ब्रह्मा—Ibid, 119.
श्यामा - Ibid, 121.
उपर्युक्त वर्णित भिक्षुणियों को जानने के एकमात्र स्रोत मथुरा के कंकाली टीले से प्राप्त छोटे-छोटे लेख हैं ।
इन सभी भिक्षुणियों का काल ईसा की प्रथम एवं द्वितीय शताब्दी है । प्रभावती -- जैन शिलालेख संग्रह, प्रथम भाग, पृ० ११.
अनन्तामती गन्ति -- वही, पृ० १२.
दमितामती - वही, पृ० ११. नागमती गन्ति - - वही, पृ० १३. धणे कुत्तारेविगु रवि -- वही, पृ० १५. शशिमती गन्ति - वही, पृ० १५.
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चामेकाम्बा - वही भाग द्वितीय, पृ० १८२-८६. नाणब्बे -- वही |
परिशिष्ट-अ : २२७
पाम्बब्बे - वही, पृ० १९७-९८.
ललित श्री - वही, पंचम भाग, पृ० २२. मारब्बेकन्ति - वही, चतुर्थं भाग, पृ० ६९,
देवियब्बे - वही, पृ० ७०,
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