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शीलदूतम्
5-क. संस्कृत के सन्देश काव्य -- डॉ. राम कुमार आचार्य। ख. वाराणसी से प्रकाशित मूल शीलदूत में श्री हर गोविन्द दास और श्री बेवरदास की
संस्कृत भूमिका। ग. जैन मेघदूत की भूमिका -- डॉ. रविशंकर मिश्र 6. विरोधिनस्तु रसस्याङ्गिरसापेक्षया कस्यचिन्न्यूनता सम्पादनीया। यथा-शान्तेऽगिनि
श्रृंगारस्य श्रृंगारे वा शान्तस्य। - ध्वन्यालोक तृतीयोद्योत 80वीं कारिका की वृत्ति
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