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जीवनयोग : सुश्री विमला ठकार, मोतीलाल बनारसीदास, पटना, प्रथम १९७३
जे. कृष्णमूर्ति, प्रथम और अंतिम मुक्ति : डॉ. दयाशरण शुक्ल (अनुवादक), मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली, पटना, वाराणसी, प्रथम, १९७५
__ जैन आगम साहित्य : श्री देवेन्द्रमुनि शास्त्री, श्री तारक गुरु जैन ग्रंथालय, उदयपुर (राज.) प्रथम, १९७७
जैन आचार : डॉ. मोहनलाल मेहता, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, प्रथम, १९६६
जैन आचार, सिद्धांत और स्वरूप : देवेंद्र मुनि शास्त्री, श्री तारक गुरु जैन ग्रंथालय, शास्त्री सर्कल, उदयपुर (राज.), प्रथम, १९८२
जैन तर्क भाषा : उपाध्याय यशोविजयजी सं.-पं. सुखलाल संघवी, द. संचालाल सांघी जैन, ग्रंथमाला, अहमदाबाद, १९३८
जैन तत्त्व प्रकाश : श्री अमोलकऋषिजी म. सा., श्री अमोल जैन ज्ञानालय, धुलिया (महा.) नवम, १९६८
जैन दर्शन की रूपरेखा : एस गोपालन, वाईली ईस्टर्न लिमिटेड, दिल्ली
जैन दर्शन आत्मद्रव्यविवेचनम् : डॉ. मुक्ताप्रसाद पटरिया, प्राच्य विद्या-शोध अकादमी, दिल्ली, प्रथम १९७१
जैन धर्म दर्शन : डॉ. मोहनलाल मेहता, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, प्रथम, १९७३ ।
जैन धर्म में तप, स्वरूप और विश्लेषण : मुनि श्री मिश्रीमलजी म., श्री मरुधर केसरी साहित्य प्रकाशन समिति, जोधपुर-ब्यावर, १९७२
जैन धर्म का मौलिक इतिहास (प्रथम भाग-तीर्थकर खंड), आ. हस्तिमलजी म. सा., जैन इतिहास समिति, जयपुर (राज.) प्रथम, १९७१
जैन योग : मुनि नथमल, आदर्श साहित्य संघ प्रकाशन, लाडनू, प्रथम, १९७८
जैन योग ग्रंथ चतुष्य : आ. श्री हरिभद्रसूरि, मुनि श्री हजारीमल स्मृति प्रकाशन, पीपलिया बाजार, ब्यावर, प्रथम, १९८२
जैन लक्षणावली - (भाग-१) जैन पारिभाषिक शब्दकोश : वीर सेवामंदिर, दिल्ली-६, १९७२
__ जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (१ से ६) : डॉ. मोहनलाल मेहता, प्रो. हिरालाल कापडिया, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, जैनाश्रम, हिंदू युनिव्हरसिटी, वाराणसी - ५, प्रथम, १९६८
जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग-२) : डॉ. जगदीशचंद्र जैन व मोहनलाल मेहता, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान जैनाश्रम, वाराणसी-५, १९६६ जैन साधना पद्धति में ध्यान योग
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