________________
इभासियाई सुताई : अर्हतर्षि सुधर्मा ज्ञानमंदिर, १७० कांदावाडी बंबई नं. ४, वि. सं. २०२०, १९६३
कबीर साहब का बीजक, ग्रंथ : कबीर साहब, सत्यनाम प्रेस, सं. १९८३
कर्मग्रंथ (१) (हिंदी) : श्री देवेंद्रसूरि (टिका : मिश्रीमलजी म. सा.), श्री मरुधर केसरी साहित्य प्रकाशन समिति, जोधपुर, (ब्यावर ) १९७४
कर्म प्रकृति सामान्य परिचय : मुनि जयंतविजय 'मधुकर', अ. भा. श्री. राजेंद्र जैन नवयुवक परिषद केंद्र, श्री मोहनखेड़ा तीर्थ, १९७९
कर्मप्रकृति : अभयचंद्र सिद्धांत चक्रवर्ती, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दुर्गाकुंड मार्ग, वाराणसी - ५, १९६८
कल्पसूत्र : संपादक महोध्याय विनयसागर, देवेंद्रराज मेहता, प्राकृतभारती, जयपुर, प्रथम, ई. स. १९७७
कल्पसूत्र : श्रुतकेवली भद्रबाहु, श्री अमर जैन आगम शोध संस्थान, सिवाना कल्पसूत्र : संपादक देवेंद्रमुनि शास्त्री, श्री अमर जैन आगम शोध संस्थान, सिवाना, प्रथम, ई. स. १९६८
कर्मग्रंथ (देवेंद्रसूरि - भाग २ ) व्याख्याकार- मुनि श्री मिश्रीमलजी म., श्री मरुधर केसरी साहित्य प्रकाशन समिति, जोधपुर (ब्यावर), १९७५
कषाय - पाहुड (भा. १ से १३ ) ( गुणधराचार्य चूर्णि यति- वृषभाचार्य, जयधवल टीकाकार-वीरसेनाचार्य - मंत्री साहित्य विभाग, भा. दि. जैन संघ, चौरासी मथुरा, द्वितीय
इ. स. १९७४
कषाय पाहुड सूत्र : श्री आचार्य गुणधरभट्टारक, श्री वालचंद देवचंद शहा, श्रुत भंडार व ग्रंथ प्रकाशन, सन १९६८, फलटण (सतारा)
कामसूत्रम : श्री वात्स्यायन मुनि, जयकृष्णदास - हरिदास गुप्त, चौखंबा संस्कृत सिरीज ऑफिस विद्याविकास प्रेस, बनारस, द्वितीय, विक्रम संवत १९५६
कार्तिकेयानुप्रेक्षा : स्वामीकुमार, श्रीमद् राजचंद्र आश्रम स्टे अगास, गुजरात, प्रथम - द्वितीय, इ. स. १९७८
कुन्दकुन्द भारती : श्री कुंदकुंदाचार्य, श्रुतभंडार व ग्रंथ प्रकाशन समिति, फल्टन, ई. स. १९७०
उपमि भवप्रपंचा कथा (पूर्वार्द्धम् उत्तरार्द्धम् ) सिद्धर्षि, शाह नगीनभाई घेलाभाई जव्हेरी, ४२६ जव्हेरी बाजार, बम्बई, प्रथम, पू. १९१८ उ. १९२०
उपाध्याय श्री पुष्करमुनि अभिनंदन ग्रंथ : प्रधान सं. देवेंद्रमुनि शास्त्री, डॉ. ए. डी. बत्रा, राजस्थान केसरी, अध्यात्मयोगी श्री पुष्करमुनि अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशन समिति, मुंबई, उदयपुर
जैन साधना पद्धति में ध्यान योग
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
५७५
www.jainelibrary.org