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पन
चार
पद्म
चार
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संख्या यक्षी वाहन भुजा संख्या
आयुध १३. (i) विदिता-श्वे० पद्म
चार बाण, पाश, धनुष, सर्प । (ii) वैरोट्या (यावैरोटी)-दि० सर्प या व्योमयान चाराया छह (i) सपं, सर्प, धनुष, बाण;
(ii) दो में वरदमुद्रा, शेष में खड्ग, खेटक, कार्मुक, शर (अपराजितपृच्छा ) १४. (i) अंकुशा-श्वे० पद्म
चार खड्ग, पाश, खेटक, अंकुश ।
या दो फलक, अंकुश (पमानन्दमहाकाव्य) () अनन्तमती-दि० हंस
चार
धनुष, बाण, फल, वरदमुद्रा १५. (i) कन्दर्पा (या पन्नगा) श्वे० मत्स्य
उत्पल, अंकुश, पद्म, अभयमुद्रा (ii) मानसी-दि० व्याघ्र
छह
दो में पद्म और शेष में धनुष, वरदमुद्रा, अंकुश, बाण,
त्रिशूल, पाश,चक्र , डमरू, फल, वरदमुद्रा (अपराजितपृच्छा) १६. (i) निर्वाणी-श्वे०
पुस्तक, उत्पल, कमण्डलु, पद्म (या वरदमुद्रा) (ii) महामानसी-दि० मयूर (या गरुड) चार फल, सर्प, (या इढि या खड्ग ?), चक्र , वरदमुद्रा
बाण, धनुष, वज्र, चक्र (अपराजितपृच्छा) १७. (i) बला-श्वे०
मयूर
चार बोजपूरक, शूल (या त्रिशूल), मुषुण्डि (या पद्म), पद्म (ii) जया-दि
शूकर
चार शंख, खड्ग, चक्र, वरदमुद्रा
या छह वज्र, चक्र, पाश, अंकुश, फल, वरदमुद्रा (अपराजितपृच्छा) १८. (i) धारणी (या काली)-रवे० पद्म
चार मातुलिंग, उत्पल, पाश (या पद्म), अक्षसूत्र (ii) तारावती(या हंस या सिंह चार
___ सर्प, वज्र, मृग, (या चक्र), वरदमुद्रा (या फल) विजया)-दि० १९. (i) वैरोट्या-श्वे० पद्म चार वरदमुद्रा, अक्षसूत्र, मातुलिंग, शक्ति (ii) अपराजिता-दि० शरभ
फल, खड्ग, खेटक, वरदमुद्रा २०. (i) नरदत्ता-श्वे० भद्रासन (या सिंह) चार वरदमुद्रा, अक्षसूत्र, बीजपूरक, कुम्भ (या शूल या त्रिशूल) (ii) बहुरूपिणी-दि.
चार या दो खेटक, खड्ग, फल, वरदमुद्रा । खड्ग, खेटक (अपराजितपृच्छा)
खजुराहो का जैन पुरातत्त्व
चार
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कालानाग