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अध्याय-५ उत्तर भारत के जैन तीर्थ
पिछले अध्याय में जहां तीर्थों के विभाजन की चर्चा है, यह स्पष्ट किया गया है कि उत्तर भारत में उन्हीं तीर्थों को रखा गया है जो वर्तमान उत्तरप्रदेश की सीमा में स्थित हैं। अब इन तीर्थों का वर्णक्रमानुसार अध्ययन प्रस्तुत है
(१) अयोध्या (२) अहिच्छत्रा (३) काम्पिल्य (४) कौशाम्बी (५) चन्द्रावती (६) प्रयाग (७) मथुरा (८) रत्नवाहपुर (९) वाराणसी (१०) विन्ध्याचल (११) शौरीपुर (१२) श्रावस्ती (१३) हस्तिनापुर
१. अयोध्यानगरीकल्प अयोध्या भारतवर्ष की अति प्राचीन नगरियों में से एक है। ब्राह्मणीय, बौद्ध और जैन साहित्य में इस नगरी के सम्बन्ध में विस्तृत विवरण प्राप्त होता है। जैन परम्परानुसार यहां ७ कुलकरों तथा ऋषभदेव आदि ५ तीर्थङ्करों का जन्म हुआ, इसीलिये इस नगरी को जैन तीर्थ के रूप में मान्यता मिली। जिनप्रभसूरि ने कल्पप्रदीप के अन्तर्गत इस नगरी का वर्णन किया है जिसकी प्रमुख बातें इस प्रकार हैं
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