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' [ जैन धर्म का मौलिक इतिहास-भाग ४
छठी परम्परा १. प्राचार्य उद्योतनसूरि २. आचार्य प्रद्योतनसूरि ३. आचार्य इन्द्रदेवसूरि आदि
सातवीं परम्परा १. प्राचार्य उद्योतनसूरि २. प्राचार्य सर्वदेवसूरि ३. प्राचार्य देवसूरि ४. प्राचार्य सर्वदेवसूरि ५. प्राचार्य जयसिंहसूरि ६. आचार्य चन्द्रप्रभसूरि ७. आचार्य धर्मघोषसूरि ८. आचार्य शीलगुणसूरि ६. प्राचार्य मानतुगसूरि १०. प्राचार्य मलयप्रभ, आदि
आचार्य उद्योतनसूरि के शिष्य प्रशिष्यों द्वारा प्रारम्भ की गई इन सात परम्पराओं की पट्टावलियों और बीकानेर के दानसागर जैन ज्ञान भण्डार की उपरिचचित गुर्वावली में उल्लेखित उद्योतनसूरि सम्बन्धी तथ्यों के तुलनात्मक अध्ययन .. से भी यही सिद्ध होता है कि यशस्वी खरतरगच्छ के पूर्व पुरुष वर्द्धमानसूरि के गुरु वनवासी उद्योतनसूरि वस्तुतः बड़गच्छ के संस्थापक उद्योतनसूरि से भिन्न प्राचार्य थे।
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