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________________ ४४३ ४४३ ४४३ ४४३ ४४३ ४४६ ४४८ ४४९ अन्य ग्रन्थकार बट्टकेर शिवार्य (शिवनन्दी) सर्वनन्दी यतिवृषभाचार्य २९ युग प्र.आ. हारिल सूरि के नाम पर नवीन गच्छ की उत्पत्ति हारिल गच्छ श्रमण भ. महावीर के २९ पट्टधर आ. शंकरसेन श्रमण भ. महावीर के ३०वें पट्टधर आ. जसोभद्र स्वामी भ. महावीर के २९वें एवं ३०वें पट्टधर क्रमशः शंकरसेन और जसोभद्र के आ. काल के ३०वें युग प्र. आ. जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण जिनभद्र गणि क्षमाश्रमण के युग प्र. आ. काल के विशिष्ट प्रतिभाशाली आचार्य सिद्धसेन क्षमाश्रमण कोट्याचार्य युग प्र. आ. जिनभद्र गणि के आ. काल' के अन्य गण एवं गच्छ (राजेन्द्रगच्छ) शंकरसेन, जसोभद्र एवं जिनभद्र गणि के आ. काल के राजवंश हूण राजवंश श्रमण भ. के ३१ वें पट्टधर आ. श्री वीरसेन श्रमण भ. महावीर के ३२वें पट्टधर आ. वीरजस श्रमण भ. महावीर के ३३ पट्टधर आ. जयसेन श्रमण भ. महावीर के ३४वें पट्टधर आ. हरिषेण ४५० ४५३ ४५३ ४५३ ४५३ ४५४ ४५४ ४५७ ४५८ ४५९ ... ४६० (V For Privaté & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.002073
Book TitleJain Dharma ka Maulik Itihas Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHastimal Maharaj
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year2000
Total Pages934
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, Story, & Parampara
File Size16 MB
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