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परिशिष्ट ५ स्वच्छंदी-सच्छंदो, अणोहट्टयो (दे.) स्वागत-सागयं (३६) (५१)
स्वाद-साओ (४६) स्वतंत्र-सतंत (वि) (७६) स्वाधीन-अहीण (वि) (१०३) स्वप्न-सिविणं (१०३) स्वेद (पसीना)-सेअं (३२) स्वभाव-सहाओ (३६) हजामत-उवासणा (७३) स्वर-सरो (६६)
हलवाई-कंदविओ (२५) स्वरूप-सरूवं (७८)
होटल-पण्णभोयणालयो (२५) स्वस्थता, स्वास्थ्य-सत्थं (२३)
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