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प्राकृत वाक्यरचना बोध
कांस्य-कंसं कालालोह-कालायसं चांदी-रययं, जायरूवं जस्ता-जसदो तांबा-तंबो तूतिया-तुत्थं (सं) पीतल-पित्तलं रांगा-रंगं (दे०) लोह-लोहं पारा--पारयो सीसा-त सोना-सुवण्णं, कणगं स्टील-टीलं
धान्यवर्ग (पाठ ४६,४७) अरहर-आढकी उडद-मासो कांगन-कंगू (स्त्री) कुलथी-कुलत्थो, कुलमासो कुसुंभ-लट्टा (दे०) कोंदो-कुद्दवो खेसारी-तिपुडो गरहेडुवा-गवेधुआ गेहूं--गोहुमो चना-चणओ, चणो चवला-आलिसंदगो चावल-तण्डुलो जौ--जवो ज्वार-जुआरी तिनी..-णीवारो तीसी-अलसी बाजरा-बज्जरी मक्का--मकायो, महाकायो
मटर–कलायो . मसूर-मसूरो मूंग- मुग्गो मोठ-वणमुग्गो, मकुट्ठो, तिउडगो राई-राइ, राइगा वांस के बीज-वंसजवो शरबीज-चारुगो सरसों--सस्सवो साठीधान--साली सावां-सामयो ___ न्यायालय वर्ग (पाठ १६) अदालत-दंडासणं, धम्मासणं अनुवाद. -अणुवायो अपील-पुनरावेयणं अर्जी--आवेयणपत्तं इकरारनामा-पइण्णापत्तं (सं) कचहरी–नायालयो गवाह-सक्खि (वि) गवाही---सक्खं सक्खिज्ज बूंस-उक्कोडा (दे०) उक्कोया घूस लेकर कार्य करने
वाला--उक्कोडिय (वि) जज-नायगरो जमानत--णासो जामिनदार--पडिभू (वि) पाडुहुओ जिस पर दावा किया
गया हो- पडिवक्खियो दफ्तर---अक्खपडलो (सं) न्याय-नायो प्रतिवादी-पडिवाई (वि) फैसला--णिण्णयो बयान---उवसत्ती मुकदमा-अभिओगो
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