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प्राकृत वाक्यरचना बोध खिडकी-खडक्की (दे०) वायायणं फिटकरी-फलिहा खूटी–णागदंतो
बत्ती-वत्ती, वत्तिआ घर का छोटा दरवाजा-मूसा (दे.) वर्तन-पतं, भायणं घर का पिछला आंगन-पडोहरं बोरा-पसेवो घर का भीतरी भाग--अंतोवगडा मशहरी-मसहरी
मूसल-मूसलं, कडतं चौखट (दहलीज)- देहली, अंबेसी
मोम--सीअं(दे०) छत्त-छायणं
रस्सी-रज्जू (स्त्री) दरवाजा-दारं
लालटेन----कायदीविया (सं)
लोढा-लोढो दीवार-भित्ति (स्त्री) बरामदा-वरंडिया (दे०)
शिला-सिला विच्छ के डंक के आकार वाली
साजी-सज्जिआ
साबुन-सव्वक्खारी (सं) तीखी खूटी-अलीपट्ट (दे०)
सीमेंट-पत्थरचुण्णं गृहसामग्री (पाठ १७,१८)
स्टोब-उद्धमाणं (सं) इंट-इट्टा एनक--उवनेत्तं (सं)
गृहसामग्री (आसन आदि) (पाठ १८) ओखली-उऊखलं, अवअण्णो (दे०)
काठ का तख्ता-फलगो खरल-खल्लं (सं)
काठशय्या-कट्ठसेज्जा गोंद-णिय्यासो ।
कुर्सी-वेत्तासणं, आसंदी (सं) चक्की–णीसा (दे०) घरट्टो (दे०)
चारपाई-पलियंको चलनी-चालणी
चौकी-चउपाइया, आसणं छींका-सिक्कगो
पीढा-पीढं झाडू-बोहारी, वद्धणिआ, संमज्जणी बेंच-कट्ठासणं झूला-~-ढोला
मेज-पायफलगं (सं) टब-दोणी (सं)
सोफा–सुहोववेसिया (सं) टूथपाउडर-दंत चुण्णं
गोरस वर्ग (पाठ १३) टूथपेष्ट-दंतपिट्टअं(सं) कढी—कढिआ (दे०) तीमणं दांत का ब्रुश-दंतधावणं (सं) खट्टी राब-अंबेली (दे०) दियासलाई-दीवसलागा
खीर-पायसो दीया-दीवओ, दीवगो
घी-घयं, सप्पि, अज्जं पंखा-विजणं, विअणं
छाछ-तकं पुराना छाज आदि-कडंतरं दही-दहिं (न)
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