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परिशिष्ट ३
५१७
नपुंसकलिंग ज (यत्) शब्द एकवचन
बहुवचन प्र० ध्रु, जु
ज, जा, जई, जाई द्वि० ध्रु, जु
ज, जा, जई, जाई तृ० जे, जेण, जेणं
जहि, जाहिं पं० जहां, जाहां
जहुं, जाहुं च०/५० ज, जा, जसु, जासु ज, जा, जहं, जाहं
जहो, जाहो, जस्सु, जासु स० जहि, जाहिं
जहि, जाहिं १७क पुलिंग क (किम्) शब्द एकवचन
बहुवचन प्र० क, का, कु, को
क, का द्वि० क, का, कु
क, का तृ० के, केण, केणं
कहिं, काहिं, केहि पं० कहां, काहां, किहे कहुं, काहुं च०/ष० क, का, कसु, कासु क, का, कहं, काहं कहो, काहो, कस्सु, कासु
कहिं, काहिं १५ ख स्त्रीलिंग का (किम) शब्द एकवचन
बहुवचन प्र० का, क
का, क, काउ, कउ, काओ, कओ द्वि० का, क
का, क, काउ, कउ, काओ, कओ तृ० काए, कए
काहिं, कहिं पं० काहे, कहे
काहु, कहु च०/ष० का, क, काहे, कहे, कहे का, क, काहु, कहु स० काहिं, कहिं
काहिं, कहिं १७ ग नपुंसकलिंग क (किम् ) शब्द एकवचन
बहुवचन प्र० क, का, कु
क, का, कई, काई द्वि० क, का, कु
क, का, कई, काई तृ० के, केण, केणं
कहिं, काहिं, केहि पं० कहां, काहां, किहे
कहुं, काहुं च०/० क, का, कसु, कासु क, का, कह, काहं
कहो, काहो, कस्सु, कासु स० कहिं, काहि
कहिं, काहिं
स० कहिं, काहिं
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