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प्राकृत में
अनुवाद करो
साढू का नाम क्या है ? बुआ भतीजी से बात करती है । मौसी अभी तक अविवाहित है। भौजाई ननंद के दहेज से डरती है। मौसा आज हमारे यहां आएंगे । पुत्रवधू बहुत सुशील है । पत्नी क्रोध बहुत करती है । पोते की पत्नी में समर्पण की भावना कम है । जमाई धन मांगता है । सासू दामाद से बात करती है । माता पुत्री की सगाई करती है। पिता पुत्र का विवाह करता है । सीता अपने पुत्र का चुंबन लेती है । वह कुछ नहीं मांगता है । विभक्ति का प्रयोग करो
(क) गाय का मालिक धनराज है ।
(ख) सुशीला का लड़का नहीं पढता है । (ग) गाय की आंख में पीडा है ।
प्राकृत वाक्यरचना बोध
(घ) वृक्ष के फूल सुंदर हैं ।
(ड़) तू बहुत थोडा खाता है ।
(च) इसी समय वहां आओ । निश्चय ही वह तुम्हारे साथ जाएगा । धर्म के प्रति आस्था रखो। भैंस के दूध का दही अच्छा होता है ।
(छ) गायों का समूह रात में यहां बैठता है ।
(ज) चंदेरी का राजा कौन था ?
१. गौतमस्वामी महावीर के समान हो गए ।
२. उसने क्या पढ़ा ? राज ने भाषण में क्या कहा ? कुलदीप ने बहुत अच्छा लिखा है |
३. पढने वालों में विभा प्रवीण है । अध्यापकों में रामविलास प्रवीण है । ४. वह पिता का स्मरण करता है ।
प्रश्न
१. सम्बन्ध कितने प्रकार का होता है ? उसमें कौन-सी विभक्ति होती है ?
२. षष्ठी विभक्ति कहां-कहां होती है ?
३. नीचे लिखे शब्दों के प्राकृत शब्द बताओ
साढू, भौजाई, मौसी, बुआ, पुत्रवधू, ननंद, पौत्र की पत्नी, पत्नी ।
४. इन धातुओं के अर्थ बताते हुए वाक्य में प्रयोग करो --- सिव्व, याच, चुंब, अल्लव, विवह ।
५. हो धातु के कर्तृवाच्य के सब रूप लिखो ।
६. नीचे लिखे अर्थों में कौन से अव्यय प्रयोग में आते हैं ? थोडा, इस समय, प्रति निश्चय ।
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दहेज,
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