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स्मात् (सत्वहां ) ।
नियम १०३४ ( हि ४१३५७ ) अपभ्रंश में सर्वादि शब्दों के अकार से परे ङि को हि आदेश होता है । सर्वस्मिन् (सव्वहिं ) । शेष रूप जिन के समान चलते हैं ।
प्राकृत वाक्यरचना बोध
नियम १०३५ ( यत्तदः स्यमो धुं त्र ४ । ३६० ) अपभ्रंश में यत् और तत् शब्द के स्थान पर क्रमशः धुं, त्रं आदेश विकल्प से होता है, सि और अम् परे हो तो । तत् ( ) । तत् (धुं ) ।
नियम १०३६ ( यत्तत् किभ्यो ङसो डासु र्न वा ४।३५८ ) अपभ्रंश में यत्, तत् और कि शब्द के अकार से परे ङस् को डासु आदेश विकल्प से होता है । तस्य ( तासु ) । यस्य ( जासु ) । प्रयोग वाक्य ( विधि एवं आज्ञा )
सो हसउ, हसेउ ( वह हंसे ) । अम्हे, अम्हई हसमो, हसामो, हसेमो ( हम हंसे ) । हउ हसमु ( मैं हसूं ) । ते हसन्तु, हसेन्तु ( वे दोनों / वे सब हंसें ) । तुम्हे हसह, हसेह (तुम दोनों / तुम सब हंसे ) । अम्हे हामी । तुम्हे रूसेह । उठा । ते जग्गेन्तु । रामु रूसउ । हउ डरमु सो फुल्लउ । तुम्हई भिडेह | हर घूमेमु । सा लज्जउ । ते थक्कंतु । तुम्हे डरह | सूरिओ उगउ । देविंदो उच्छलउ । जणेरु घूमउ । कइ (कवि ) गंथ पढउ । करहो उच्छलउ । कियंतो लुक्कउ | इंदधणु उगए। सामी हाउ । बालआ जग्गन्तु । तुहुं हसु । ह लुक्केमु । सो सयेउ । सा होउ । अम्हे लुक्कामो । तुहुं उच्छल । हउ भिडेमु । अम्हे घूमेमो । तुहुं णच्च हि । हउ जीवमु । सो लुढउ । तुहुं थक्के । तुम्हे थक्कह । अम्हई थक्कमो । तुहुं थक्कि । तुम्हईं थक्कह । हउ थक्कमु सुसीला पढउ । नरिंदो उपकरउ । सा दुक्ख छोडउ । सीया धोउ । तुहुं छोडे । अम्हे छोल्मो । ता डालंतु । विमला चोप्पडउ । तुम्हे कोकह । मेहो गज्जउ । तुहुं केहि | साकुट्ट । तुहुं पड फाडि । सायरु गज्जउ । कियंतो रोक्कउ । तुम्हे दुक्ख छोडह । मित्तो कोकउ ।
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अपभ्रंश में अनुवाद करो
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तुम दोनों घूमो। वह शरमाए । वे दोनों भिडें । हम कूटें । तुम धोओ । वह छोले । हम सब छोडें । तुम फाडो । हम दोनों रोकें । तुम सब सोओ । वे दोनों छिपे । हम बुलाएं। वे धोएं। हम दोनों नाचें । वे सब स्नान करें । हम सब बैठें। तुम सोओ। मैं जागूं । तुम दोनों जागो । मैं जीऊं । तुम छिपो । तुम दोनों हंसो । वे नाचें । हम सब नाचें । वे सोएं। मैं सोऊ । वे उपकार करें । वे दोनों डालें । मैं नाचूं । तुम सब बैठो। वे दोनों जीव । वे सब जागें । हम सब डरें । तुम गर्यो । वे रोकें । तुम छीलो । हम धोएं । वे सब धोएं | वह नाचे । सोता कूटे ।
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हम रोकें । मैं रोकूं ।
वह उछले ।
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