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________________ कारक २८१ प्राकृत में अनुवाद करो किसान खेत में बीज बोता है। अहीर गायों का पालन करता है। घसियारा घास काटकर बेचता है । चौकीदार सजगता से अपना कार्य करता है । मजदूर दिन भर भार ढोता है फिर भी उसकी भूख नहीं मिटती। तुम्हारे खेत में वेतन लेकर धान काटने वाले कितने हैं ? गडरिया चार सौ भेड; बकरियों को चराता है । पसारी की दुकान पर कितने आदमी बैठे हैं ? सपेरा सांप को पकड़ने के लिए वन में गया है । भंगी घर की सफाई क्यों नहीं करता है ? बढई एक दिन में एक किवाड भी नहीं बनाता है। चपरासी आज कार्य पर क्यों नहीं आया है ? राजा का हार गुम हो गया है, खोज करने वाले को कहो, वह खोज कर लाए। वेतन लेकर घास को काटने कितने व्यक्ति आए हैं ? धातु का प्रयोग करो संपूर्ण भारत का परिभ्रमण किसने किया है ? वह भगवान को जलांजलि अर्पण करता है । उसको देश से बाहर निकाल दिया। वह साधर्मिकों को भोजन से तृप्त करता है । रमेश घर में आने वालों को अपना घर दिखाता है । मुनि भिक्षा लेते हैं और उन्हें जीवन का मार्ग बताते हैं । साधु ग्रामवासियों को मद्यमांस छोड़ने का नियम दिलवाते हैं। उसने तर्क सहित सत्य का प्रतिपादन किया। मैं आपसे आपके जीवन के संस्मरण पूछता हं। स्त्रियां अपने मुंह को ढांकती है। प्रश्न १. प्राकृत में चतुर्थी के स्थान पर कौन-सी विभक्ति किस नियम से होती है ? तादर्थ्य चतुर्थी विभक्ति के एकवचन को क्या आदेश होता है ? और किस नियम से ? तीन उदाहरण दो। २. द्वितीया, तृतीया, पंचमी और सप्तमी के स्थान पर कौन-कौन सी विभक्ति किस नियम से आदेश होती है ? दो-दो उदाहरण दो। ३. षष्ठी विभक्ति किन विभक्तियों के स्थान पर होती है ? उदाहरण दो। ४. किसान, अहीर, गडरिया, घसियारा, मजदूर, पसारी, चौकीदार, __ सपेरा, भंगी, नोकर, बढई, चपरासी, चुराई वस्तु को खोजकर लाने • वाला-इन शब्दों के लिए प्राकृत शब्द बताओ। ६. पडिचर, पडिणिज्जाय, पडिदा, पडितप्प, पडिदंस, पडिणिग्गच्छ पडिन्नव, पडिपाअ, पडिपुच्छ, पडिपेहा धातुओं के अर्थ बताओ और वाक्य में प्रयोग करो। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
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