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पडिल्ली - परदा, यवनिका पडवेसिओ-पडौसी सुण्णं - खाली, रिक्त पण --शर्त, होड पयारणं — ठगाई तुमुलो — शोरगुल
पात्र – पत्तं
बंध
बांधना
बाह - विरोध करना बिह— डरना
शब्दरूप (७)
शब्द संग्रह (स्फुट )
बुब्बुअ --- बकरे का बोलना
बोध - समझना, ज्ञान करना
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पत्थयणं - पाथेय पमइलो (वि) – अतिमलिन
परिवेसणं - परोसना
डिजायणा - प्रतिबिंब, परछाई परिजुसियं - वासी अट्टणं - व्यायाम
धातु संग्रह
बुव—बोलना
बहू -- पुष्ट करना वेस- -बैठना
बू -- बोलना
आमुस - आमर्श करना, एक बार स्पर्श करना, छूना
इम, एअ, क, त, ज, शब्द
नियम ५०६ ( इदमेतत् किं यत्तदभ्यष्टो डिणा ३३६६ ) अकारान्त ( इम, एअ, क, त, ज ) शब्दों से परे टा को डिणा ( इणा) आदेश विकल्प से होता है । इमिणा, इमेण । एदिणा, एदेण । किणा, केण । जिणा, जेण । तिणा, तेण ।
नियम ५१० ( किं यत्तद्द्भ्यो ङसः ३०६३ ) क, त, ज शब्दों से परे ङस् को डास (आस) आदेश विकल्प से होता है । कास, कस्स । जास, जस्स ।
तास, तस्स ।
नियम ५११ (ङ हि डाला हुआ काले ३०६५) काल अर्थ में वर्तमान क, त, ज शब्दों से परे ङि को डाहे ( आहे ) डाला ( आला ) तथा इआ आदेश विकल्प से होता है । काहे, काला, कड़आ ( किस समय में ) । जाहे, जाला, इआ ( जिस समय में ) । ताहे, ताला, तइआ ( उस समय में ) ।
नियम ५१२ ( इसे
३।६६ ) किं, यत् और तत् शब्दों से परे
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